Rakesh Sharma Antriksh Yatri : आज हम बात करने वाले हैं. विज्ञान के दुनिया में भारत देश के नाम को गौरावनित करने वाले राकेश शर्मा अंतरिक्ष यात्री की. वे भारत के प्रथम व्यक्ति थे, जो 2 अन्य रूस के अंतरिक्ष यात्रियों के साथ सोवियत संघ के सोयूज टी-11 अंतरिक्ष यान से उड़ान भरी थी. और वहां जाकर वे उतर भारत की फोटोग्राफी किये थे साथ में गुरूत्वाकर्षणहीन योगा -भ्यास किये थे.
rakesh sharma जिन्हों ने भारत के तरफ से पहली बार अंतरिक्ष का यात्रा किये थे . वैसे तो आप दुनिया के किसी भी देश महादेश में चले जाइये, भारत के नागरिक वहां अपनी देश का नाम गौरव कर रहा है. चाहे वह कोई भी क्षेत्र क्यों न हो,खेल,राजनीति, या विज्ञान हर जगह पर आपको एक भारतीय मिलेगा. ठीक वैसी ही अंतरिक्ष के दुनिया में भारत के नाम गौरव करने वाले Rakesh sharma indian astronaut की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं. इनसे जुड़ी हर जानकारी के लिए आप हमारे लेख को पूरा पढ़े-
राकेश शर्मा का जीवन परिचय rakesh sharma history in hindi
rakesh sharma biography in hindi
भारत के प्रथम अंतरिक्ष यात्री राकेस शर्मा का जन्म 13 जनवरी 1949 ई. पंजाब के पटियाला में हुआ था. ऐसा कहा जाता है कि बचपन से ही पायलट बनना चाहते थे. और उनका सपना आगे चलकर सत्य भी साबित हुआ. वे अपने प्राम्भिक शिक्षा हासिल करने के बाद हैदराबाद के सैनिक स्कूल में सैन्य शिक्षा हासिल किए. औऱ वही से उनको भारतीय वायु सेना में बतौर एक टेस्ट पायलट के तौर के रूप में चुना गया.जिसके बाद वे अपने कामयाबी के परचम लहराते हुय आगे बढ़ते गए.
और इस तरह वे आगे बढ़ते गये कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन isro ने 20 सितंबर वर्ष 1982 ई. को राकेस शर्मा को रूसी अंतरिक्ष एजेंसी इंटरकॉस्मोस के अभियान के तहत उन्हें चुन लिया गया. और इसके बाद Rakesh Sharma moon पर में जाने वाले प्रथम भारतीय बन गए. ऐसे तो Rakesh Sharma अंतरिक्ष में जाने वाले प्रथम भारतीय व्यक्ति थे .लेकिन दुनिया के इस लिस्ट में वे 138 नंबर पर थे.
जिसके बाद कई सारी कठिन चयन के बाद राकेस शर्मा एस्ट्रोनॉट राकेश को अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया था. इस चयन में कुल 150 योग्य वँ अनुभवी पायलटों को शामिल किया गया था. इस कठिन चयन प्रक्रिया होने के बाद वे USSR के यूरी गगारिन सेंटर रूस में अंतरिक्ष यात्री के रूप में कड़ी प्रशिक्षण लिया,औऱ वहां से वे एक योग्य वँ अच्छा अंतरिक्ष में जाने लायक उम्मीदवार बने।जिसकी प्रशंसा सभी वैज्ञानिकों ने की थी.
Rakesh Sharma और उनके दो अन्य साथी यूरी मालिशेव तथा गेनाडी स्ट्रेकालोव की फ़ोटो और इस तरह आखिर कार 03 अप्रैल सन 1984 ई. को रूस रूसी सोयुज टी-11 स्पेसक्राफ्ट में स्क्वाड्रन लीडर राकेस शर्मा अपने दो अन्य साथियों , यूरी मालिशेव तथा गेनाडी स्ट्रेकालोव के साथ अंतरिक्ष में परिक्रमा किये थे . वे इस अभियान में कुल 7 दिन, 21 घंटे तथा 40 मिनट तक बिताए.तथा इस दौरान उन्हें भारत-सोवियत संघ के अंतरिक्ष मिशन वँ उससे जुड़े हुय तमाम दिए गए कार्यो को वे औऱ उनकी टीम सफलता पूवर्क पूर्ण किया.
इन्हें भी पढ़ें- Facebook से घर बैठे online पैसा कमाने के 8 सबसे आसान तरीका जानें..
भरतीय व्यंजन से बने भोजन अंतरिक्ष में लेकर गए
इस अंतरिक्ष यात्रा के दौरान राकेस शर्मा द्वारा भारत के मैसूर स्थित डिफेंस फूड रिसर्च लैब की मदद से बनायी गयी भारतीय पकवान/भोजन सूजी का हलवा, तथा वेज पुलाव और आलूछोले का सब्जी अपने साथ ले गए थे।
सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा
इस अंतरिक्ष यात्रा से जुडी एक खास बात है. जो शायद आप लोगों में से बहुत लोग नहीं जनता हैं.जब Rakesh Sharma अपने टीम के साथ अंतरिक्ष में गए थे तब उस वक्त हमारे देश में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थी. और उस वक्त प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने Rakesh Sharma से बात करते हुय यह सवाल पूछी थी कि अंतरिक्ष से हमारा भारत कैसा दिखता है तो अंतरिक्ष यात्री Rakesh Sharma ने बोला था “सारे जहां से अच्छा हैं हिंदुस्तान हमारा।”
राकेश शर्मा कौन थे
rakesh sharma the first indian in space. अंतरिक्ष मे कदम रखने वाले भारत देश की ओर से पहले तथा दुनिया के 138वे व्यक्ति थे।
अशोक चक्र’ से सम्मानित
सन 1984 में अंतरिक्ष से लौटने के बाद भारत सरकार द्वारा राकेस शर्मा की इस योगदान के लिए उन्हें अशोक चक्र उपाधि से सम्मानित किया था।तथा सोवियत संघ ने भी उन्हें ‘हीरो ऑफ़ सोवियत यूनियन” की उपाधि दी।
सन 1987 ई. में हुए रिटायर
सन 1987 ई. में rakesh sharma भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर पद से रिटायर हुए! उसके बाद (HAL) ‘हिंदुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड में वे एक टेस्ट पायलट के तौर पर कुछ समय तक काम किया! जिसके बाद वे 2006 में ISRO के बोर्ड में नामित कर दिया गया.अभी वर्तमान समय में rakesh sharma तमिलनाडु के कुन्नूर में रहते हैं।
राकेश शर्मा एस्ट्रोनॉटर का जन्म कब हुआ था
Rakesh Sharama का जन्म 13 जनवरी 1949 ई. पंजाब के पटियाला में हुआ था. ऐसा कहा जाता है ,कि बचपन से ही पायलट बनना चाहते थे.
राकेश शर्मा चंद्रमा पर कब गए।did rakesh sharma go to moon
03 अप्रैल 1984 को।
हमारे साइट पर आने के लिए आप सभी पाठकों का बहुत बहुत धन्यवाद !
☝️☝️
अगर आपको यह पोस्ट पसंद आया हो,और आगे भी ऐसे ही जानकारी प्राप्त करनी हो,तो उस के लिए आप हमारे साइट को Subscribe और अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें !
औऱ भी पढ़ें- कथक सम्राट पंडित बिरजू महाराज की जीवनी Biography of Kathak Emperor PanditBirju Maharaj