प्रकृति वर्णन से सम्बंधित कविता | प्रकृति दोहन| | प्रकृति से प्रेम कविता | NAUTRE ON POEM IN HINDI :

NAUTRE ON POEM IN HINDI: सारी दुनिया में मानव अपने निजी सुख के लिए हर रोज पेड़ पौधे जंगल नदी पहाड़ पर्वत प्रकृति का नष्ट कर रहे हैं या उनके साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. और इन सभी के कारण मानव जाति के साथ पृथ्वी पर रहने वाले हर प्राणी को आजकल कोई न कोई…

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