Ramappa Temple warangal: तैरने वाले पत्थरों से बना है भारत का यह 900 साल प्राचीन मंदिर जाने रहस्य-

आज हम आपको विश्व का एक ऐसे शिव मन्दिर के विषय में बता रहा हूँ, जिसे हाल ही में विश्व यूनोस्को सूची में शामिल किया गया है. यह मंदिर भगवान भोलेनाथ को समर्पित हैं, जो अपने अद्भुत कला औऱ अलग अलग देवी देवताओं के  मूर्ति आश्चर्य से भरा हुआ है. इस मंदिर का सबसे खास बात यह है कि इस काकतीय रुद्रेश्वर रामप्पा मंदिर नाम एक मूर्तिकार के नाम पर क्यों रखा गया हैं. जो हैरान करने वाली बात है. तो आज हम जानेंगे कि आखिरकार Ramappa Temple warangal में इस्तेमाल हुई तैरती हुई पत्थरों को कहा से लाया गया इस मंदिर में इस्तेमाल पत्थर क्यों नही डूबते , मंदिर का नाम मूर्तिकार के ऊपर क्यों? चलिये विस्तार से जानते है-

Ramappa Temple warangal: तैरने वाले पत्थरों से बना है भारत का यह 900 साल प्राचीन मंदिर जाने रहस्य-


काकतीय रुद्रेश्वर रामप्पा मंदिर वारंगल को यूनोस्को ने विश्व विरासत स्थल में शामिल किया है.Ramappa Temple UNESCO world heritage का 39वा विश्व धरोहर है. जिसके बारे मे आप पढेंगे और जानेंगे तो चकित रह जाएंगे,और लोगो तक इस जानकारी को शेयर करने से रोक नही पाएगे.भारत के प्रधानमंत्री ने समेत देश के सभी राजनेता गण इसपे देशवासियों को बधाई भी दी।

Ramappa Temple Warangal Telangana

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क्या है रामप्पा मंदिर का इतिहास What is the history of Ramappa Temple warangal in hindi?

Ramappa Temple Warangal Telangana :- रामप्पा मंदिर का निर्माण 12वि सदी में आंध्रप्रदेश के वारंगल जिले में हुआ है. काकतीय रुद्रेश्वर रामप्पा मंदिर का निर्माण काकतिया वंश के राजा गणपति देव ने कराया था . ऐसा कहा जाता है कि राजा गणपति देव भगवान शिव के बहुत बड़े अनन्य भक्त थे .औऱ वे भगवान शिव को पूजते थे. एक बार राजा गणपति देव को भगवान शिव का एक अद्वितीय मन्दिर निर्माण करवाने का मन हुआ. जो पूरे संसार में ऐसा दूसरा कोई न हो। इसके लिए राजा गणपति देव ने अपने राज्य के सबसे श्रेष्ठ वास्तुकार वं मूर्तिकार रामप्पा को एक शिव मंदिर  बनाने का निर्देश दिया, जो आने वाले हजारों साल तक टिका रह सके। जिसका निर्माण वास्तुकार वं मूर्तिकार रामप्पा ने सन 1213 में  शुरू कर दिया ।

और आखिर कार शिल्पकार Ramappa Temple constructed by रामप्पा के कड़ी मेहनत, लग्न परिश्रम तथा शिल्पकला और वास्तुकला से यह शिव मंदिर बनकर तैयार हो गया। रामप्पा मंदिर को बनने में 40 वर्षों का समय लगा था . यानी यह मंदिर 1253 में बनकर तैयार हो गया था. जो देखने में खूब भव्य औऱ  बेहद ही आकर्षक तथा ख़ूबसुन्दर दिख रहा था. जिसे देख वारंगल के राजा गणपति देव इतने ज्यादा प्रसन्न हुय कि उन्हों उसी वक्त इस शिव मंदिर का नाम शिल्पकार  रामप्पा के नाम पर रख दिया। रामप्पा मंदिर पूरे दुनिया में एकमात्र मन्दिर हैं. जिसका नाम भगवान के नाम पर न होकर उसे बनाने वाले वास्तुकार शिल्पकार के नाम पर रख दिया गया। इसे काकतीय रुद्रेश्वर रामप्पा मंदिर के नाम से भी जानते हैं।

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विश्व यूनोस्को धरोहर में शामिल हुआ काकतीय रुद्रेश्वर रामप्पा मन्दिर Kakatiya Rudreshwar Ramappa Temple included in UNESCO World Heritage

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को दी बधाई-

तेलंगाना राज्य  में स्थित करीब 1000 वर्ष प्राचीन रुद्रेश्वर रामप्पा मंदिर को विश्व यूनोस्को धरोहर में जुलाई 2021 को शामिल  किया गया. जिसपे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई संदेश लिखते हुए कहा कि सभी को बधाई, खासकर तेलंगाना की सभी जनता को, प्रतिष्ठित रामप्पा मंदिर महान  काकतीय वंश के उत्कृष्ट शिल्प कौशल को प्रदर्शित  करता है. मैं आप सभी से इस राजसी मंदिर परिसर की यात्रा करने और इसकी भव्यता का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने का आग्रह करूंगा।

इनके साथ भारत के राष्ट्रपति श्रीरामनाथ कोविंद औऱ उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू ने भी भारतवासीयो को रामप्पा मन्दिर को विश्व धरोहर में शामिल होने पर बधाई दी।

रुद्रेश्वर रामप्पा मंदिर के बारे में विशेषता- What is spcail about Ramappa Temple warangal in hindi?

रुद्रेश्वर रामप्पा मंदिर के बारे में विशेषता- What is spcail about Ramappa Temple warangal in hindi?


रामप्पा मंदिर 1000 वर्ष प्राचीन हो जाने के बावजूद भी भूकम्प इस  शिव मंदिर का बाल भी बांका नही कर पाती। यह मंदिर हजार खंभों से बना हुआ है .जो छह फीट ऊंचे प्लेटफॉर्म पर  बने इस मंदिर की  दीवारों पर रामायण और महाभारत काल के  दृश्य देखे जा सकते हैं. रामप्पा मन्दिर की इस मजबूती के लिए दुनिया के  कई वैज्ञनिक ने इसमें इस्तेमाल पत्थरों औऱ इसके अदभुत बनावट की जांच की, आखिर कार यह मंदिर  इतने प्राचीन हो  जाने के बाद भी ऐसे किसी तरह का नुकसान अभी तक क्यों नहीं हुआ।

तब कई सारे जांच वं रिषर्च के बाद पुरातत्व वैज्ञानिकों ने एक बार रामप्पा मन्दिर के पत्थर के थोड़े  हिस्से को काटकर जल में  रखा तो, यह पत्थर रामसेतु में  इस्तेमाल पत्थरों जैसा तैरने लगा। औऱ फिर बाद में पुरातत्व के वैज्ञानिकों ने यह कहा कि यह पत्थर वजन में बहुत हल्का हैं जो इस रामप्पा मंदिर के मजबूती का सबसे मुख्य कारण है परन्तु इसके साथ दुनिया के वैज्ञानिकों के लिये  आज भी सवाल है कि आखिर ये पत्थर आया कहा से,जबकि पूरे दुनिया में किसी भी जगह ऐसी  पत्थर वर्तमान समय में मौजूद नहीं है ,

तो यह सवाल उठता है कि रामप्पा ने आखिर यहपत्थर लाया कहा से –या फ़िर क्या रामप्पा ने  1000 वर्ष पहले इस पत्थर खुद बनाये फिर इसमें उन्होंने कुछ अलग प्रयोग किया था, अगर उन्होंने कोई प्रयोग किया भी तो कौन सा तकनीक था.  रामप्पा के पास वो भी आज से 1000 वर्ष यह सवाल रामप्पा मंदिर जाने वाले लोगों के मन में हमेशा रहता है लेकिन इसका उत्तर किसी के पास नहीं।

तैरने वाले पत्थरों से बना है मंदिर Ramappa Temple floating bricks 

इस शिव मंदिर के बारे में दुनिया के तमाम वैज्ञानिकों ने यह स्वीकार कर लिया है और इस बात की पुष्टि भी कर चुके हैं कि यह मंदिर तैरती हुई पत्थरों से बनाया गया है .जिसके लिए पुरातत्व वैज्ञानिकों ने मंदिर के पत्थर को जब काटा, तब यह पता चला कि यह पत्थर वजन में काफी हल्के हैं. जिसके बाद उस पत्थर के टुकड़े को पानी में डाला गया , तब वह टुकड़ा किसी लकडी के समान पानी में तैरने लगा। पानी में तैरते पत्थर को  देखकर मंदिर की मजबूती का राज पता चला।

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रामप्पा मंदिर कहाँ स्थित है?Where is Ramappa Temple located in hindi।।

रामप्पा मंदिर वारंगल आंध्र प्रदेश के वारंगल से करीब तकरीबन 70 किलोमीटर दूर पालम पेट में स्थित है।जहां हर साल लाखों लोग इस मंदिर के अदभुत शिल्पकला को देखने जाते हैं।

रामप्पा मंदिर कैसे पहुंचे How to reach Ramappa Temple.

पूछा जाने प्रश्न:- 

Q. रामप्पा मंदिर में कौन सा देवता है। Which god is in Ramappa Temple.

रामप्पा मंदिर में भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित है।जिसे देवता रामलिंगेश्वर स्वामी के नाम से जानते हैं।

Q. रामप्पा मंदिर क्यों बनाया गया था?Why was the Ramappa Temple built.

रुद्रशेवर रामप्पा मंदिर का निर्माण शिव भक्त राजा गणपति देव की इच्छा से बनाया गया था.

Q. कौन हैं वास्तुकार रामप्पा मंदिर का Who is the architect Ramappa Temple 

काकतीय मंदिर का वास्तुकार रामप्पा नामक व्यक्ति हैं।

Q. रामप्पा झील का निर्माण किसने करवाया था? Who built Ramappa lake.

Q. किस मंदिर में 1000 स्तंभ हैं। Which temple has 1000 pillar।

काकतीय रुद्रशेवर रामप्पा मंदिर में।

Q. कौन हैं रेचारला रुद्र।Who is recharla rudra.

रेचारला रुद्र काकतीय साम्राज्य के राजा गणपति देव के सेनापति था।

Q. रामप्पा मंदिर कब बनाया गया था.How to reach Ramappa Temple.

1213 से 1253 के मध्य में।

हमारे साइट पर आने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद !


Conclusion:- तेलंगाना राज्य के वारंगल जिले में स्थित भारत के इस प्राचीन हिन्दू मंदिर काकतीय रुद्रेश्वर रामप्पा मंदिर वारंगल का यह सम्पूर्ण जानकारी आपको कैसा लगा। क्या यह Ramappa Temple warangal Telngana का यह जानकारी आपके लिए पर्याप्त है. और अगर है तो आप हमें अपने विचार कमेंट कर बताएं। हम आपके हर एक प्रश्न का उत्तर देने के लिए तैयार है।

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