Famous tourist place in Bihar:- आज के इस आर्टिकल में मैं आपको बिहार के प्रसिद्ध वँ लोकप्रिय पर्यटन स्थलों के बारे में बताएंगे।वैसे तो बिहार हजारों साल से एक ऐतिहासिक तथा प्रसिद्ध भूमि रहा है. वह बिहार जहा बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया, तो महावीर जैसे जैन तीर्थंकर की भी यह भूमि हैं. बिहार के धरती पर चंद्र गुप्त मौर्य, स्कन्द गुप्त, कुमार गुप्त,चाणक्य जैसे महान राजा महाराजा ने जन्म लिया हैं. वर्तमान के बिहार में देखने औऱ घूमने लायक बहुत सारी चीजें हैं. जिनमें ग्लास ब्रिज,जू सफारी,बौद्ध स्तूप,पावापुरी, गया,गोलघर चिड़ियाघर, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व आदि हैं तो आइये जानते है बिहार के 15 पर्यटन स्थल के बारे में-
1. द ग्रेट वाल ऑफ बिहार The Great Wall of Bihar tour
famous tourist place in Bihar:- द ग्रेट वाल ऑफ बिहार मगध साम्राज्य का यह सुरक्षा कवच ‘साइक्लोपियन वॉल’ के नाम से जाना जाता है। यह दीवार इतनी 2500 वर्ष से भी ज्यादा पुरानी है. यह दीवार बिहार के राजगीर में स्थित शायक्लोपिएन दीवार मूल रूप से चार मीटर ऊंची है और 40 किलोमीटर लंबी दीवार है, राजगीर शहर के चारो ओर पत्थर के ब्लॉक से बना है।
नालंदा और नवादा जिले की सीमा से सटे राजगीर स्थित वनगंगा के दोनों ओर के पर्वतों पर कई किलोमीटर ऊपर तक गए ये अवशेष हैं। यह दीवार वनगंगा के पश्चिमी ओर के सोनागिरी और पूर्वी क्षेत्र के उदयगिरी पर्वत श्रृखलाओं के उपर तक फैला हुआ है।एक साथ लगे हुए बड़े पैमाने पर अवांछित पत्थरों से निर्मित, यह दीवार प्राचीन ग्रीक दीवारों के साथ अपनी समानता के लिए लोकप्रिय है।
2. वैशाली का लौह स्तम्भ iron pillar of vaishali tourist place in Bihar
ऐतिहासिक रूप से वैशाली लिच्छवी वंश के महान राजा इक्ष्वाकु के पुत्र विशाल के नाम पर इस स्थान का नाम पूर्व में विशालपुरी रखा गया था। जो आगे चलकर बहुत वर्षो बाद इस विशलपुरी को वैशाली कहा जाने लगा। वैशाली जो लिच्छवी गणराज्य का हुआ करता था यही से सर्व प्रथम सम्पूर्ण विश्व को प्रजातंत्र यानी गणतन्त्र का पाठ पढ़ाया। वर्द्धमान महावीर जो जैन धर्म के 24 वें तीर्थकार हुए थे उनका जन्म भी यही की महान वैशाली की धरती की उपनगरी कुम्भग्राम में हुआ था।
वैशाली की प्रमुख दर्शनीय वँ पर्यटनीय स्थल में प्राचीन बौद्ध स्तूप, चतुर्भुज महादेव की मन्दिर ,महात्मा बुद्ध की म्यूजियम में भगवान बुद्ध की भस्म, राजा विशाल का ऐतिहासिक किला,ताम्र मुद्राएं, पाल वंश की 52 पोखर, पुष्पकरिणी आदि दर्शनीय हैं।
3. नालन्दा दुनिया को शिक्षा प्रदान करने वाले स्थान Famous Tourist Place Nalanda Bihar
Bihar tour में आप नालन्दा जो हजारों साल पहले से पूरे दुनिया में अपने विश्व विख्यात शिक्षा और अध्ययन का केंद्र रहा है। प्रथम सदी से लेकर तीसरी सदी तक के मध्य में महान सम्राट प्रियदर्शी अशोक ने नालन्दा विश्विद्यालय का निर्माण करवाया था। जहाँ पर पूरे दुनिया भर से लोग शिक्षा तथा अध्ययन कर ज्ञान अर्जन करने के लिए लिए आते थे। नालन्दा विश्विद्यालय को आगे चलकर कई मुस्लिम आक्रांताओ ने इसे लुटा औऱ आग लगा दी थी। वह मुस्लिम लुटेरा बख्तियार खिलजी ने नष्ट कर दिया था
वर्तमान समय मे राजनीतिक उपेक्षा कारण अब तक प्राचीन नालन्दा विश्वविद्यालय का जो विकास होना चाहिए, वह नही पाया। अब यहाँ पर प्राचीन नालंदा विश्वविध्यालय का खंडहर मौजूद हैं. जो अपने इतिहास को चीख चीख कर बता रहा है।जिसके अवशेष आज भी नालंदा में देखे जा सकते हैं।
ऐसा इतिहास में कहा जाता जाता है कि नालन्दा विश्विद्यालय पूरक दुनियाँ का प्राचीनतम विश्वविद्यालय में से एक है। चीनी भ्रमणकारी ह्वेनसांग ने यही पर शिक्षा ग्रहण की थी।
4. ककोलत जलप्रपात नवादा ,बिहार Kakolat falls Bihar in hindi
Bihar Tourist place– यह जलप्रपात भारत के बिहार राज्य के नवादा जिले से 40 km दूर स्थित हैं. इस झील को बिहार का कश्मीर भी कहा जाता हैं. ककोलत जलप्रपात बिहार वं झारखंड दो अलग राज्य बन जाने के कारण यह बिहार का एकमात्र जलप्रपात हैं.जहां पर्यटक साल के अप्रैल माह से लेकर सितम्बर माह अक्टूबर तक भारी मात्रा में आते हैं. इस वाटरफॉल को सुरमई जलप्रपात भी लोग कहते हैं. इसका जल सालों भर ठंडा रहता हैं. यह 160 मीटर ऊंचे पहाड़ों से गिरती है. साथ ही यह सात पर्वत श्रृंखलाओं से प्रवाहित होने वाला एकमात्र जलप्रपात हैं .
5. पटना यानी प्राचीन शहर पाटलिपुत्र प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बिहार Patna i.e. ancient city of Pataliputra famous tourist place Bihar
बिहार की राजधानी पटना का ही प्राचीन नाम पाटलिपुत्र हैं. यह शहर माँ गंगा के पावन तट के किनारे बसा हुआ है. महान हिंदू सम्राट अजातशत्रु ने प्रशिद्ध राज्य मगध की राजधानी को मौजूदा राजगृह से स्थानतरित कर पाटलीपुत्र को बनाया था।
पाटलिपुत्र से मगध साम्राज्य के महान सम्राट अशोक ने अपने सम्पूर्ण राज्य का संचालन किया। ऐसा कहा जाता है कि बाद में मुस्लिम लुटेरा शेरशाह सूरी ने मगध की राजधानई पाटलीपुत्र से बदल कर पटना कर दिया था।
यहां आज बहुत प्राचीन काल के कई ऐतिहासिक साक्ष्य औऱ धरोहर तथा मन्दिर मौजूद पर्यटन स्थल है. यहॉं के प्रमुख पर्यटनीय वँ दर्शनीय स्थल में प्राचीन शहर पटन देवी , पाटलिपुत्र के अवशेष , पटना साहिब गुरुद्वारा, गोलघर, संजय गाँधी जैविक उदधान, अगमकुआं आदि प्रमुख हैं।
6. महाबोधि मंदिर गया प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बिहार Mahabodhi Temple, Bodhgaya, India
महात्मा बुद्ध की धरती के नाम से प्रसिद्ध गया बिहार का प्रमुख पर्यटन स्थल में से एक हैं. गया में ही भगवान बुद्ध ने आज से 2600 वर्ष पूर्व में पीपल वृक्ष के नीचे तप किया था। ऐसा कहा जाता है कि उनके 49 दिनों की कठोर तप के पश्चात वैशाख ( अप्रैल) माह की पूर्णिमा को उन्हें दिव्य ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। वही पीपल का वृक्ष आगे चलकर बोधिवृक्ष के नाम से प्रसिद्ध हुआ । इसी स्थान पर भगवान बुद्ध की एक प्राचीन मंदिर है और उनके हजारों अनुयायी आज भी रहते हैं।
वर्तमान समय में दुनिया भर से लाखों लोग यहाँ भगवान बुद्ध की धरती आया करते हैं, खासकर बौद्ध धर्म के लोग वैशाख माह की पूर्णिमा को दुनिया भर से बौद्ध समुदाय के लोग यहां बुद्ध की पूजा करने आते है।यहां स्थित एक बौद्ध मंदिर में महात्मा बुद्ध का पद्माकार आसन में मूर्ति स्थापित है। दुनियाँ भर के पर्यटक का यह आकर्षण का केंद्र हैं।
7. गया प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बिहार Gaya Famous Tourist Place Bihar
Bihar Tourism:- इसके अलावा यहां पर हिंदुओ का भी प्रमुख तीर्थ स्थल है. जो पित्तरों की मोक्ष स्थली गया के नाम से जाना जाता है. यहां पर हिंदू धर्म के लोग अपने स्वर्गवास माता पिता को उद्धार के लिए यहां आकर पितृपक्ष में पिंड दान करने के परंपरा चली आ रही है। ऐसा कहा जाता है कि इस स्थान पर भगवान श्रीराम ने भी अपने स्वर्गीय पिता राजा दशरथ के पिंड दान करने के लिए माता सीता के साथ यहॉं आये थे।
गया में ही भगवान विष्णु की अतिप्राचीन मन्दिर हैं. जिसे विष्णुपाद मंदिर के नाम से जाना जाता है. इस प्राचीन ऐतिहासिक मन्दिर मूर्ति पूजा अर्चना नहीं किया जाता हैं। विष्णुपाद मंदिर का जीणोद्धार वर्ष 1789 में रानी अहिल्याबाई द्वारा करवाया गया था।
8. स्काई वॉक ब्रिज प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बिहार – Sky Walk glass Bridge Famous Tourist Place Bihar
glass Bridge Rajgir bihar :- राजगीर ग्लास ब्रिज देश का दूसरा शीशे के ब्रिज हैं.इस ब्रिज का निर्माण चीन के हांगझोऊ में बने 120 मीटर ऊंचे शीशे ब्रिज के आधार पर किया गया है. जिसपे चलते हुए सैलानी इस पुल के निचे के धरती वन पहाड़ सब को आसानी से देख सकते हैं. 250 फुट की ऊंचाई पर बनी कांच के इस ट्रांसपैरेंट ब्रिज पर चलना अत्यंत ही रोमांचकारी होता है. इस पर चलते हुए ऐसा प्रतीत होती हैं जैसे आप स्वयं को हवा में तैरता हुआ महसूस कर रहे हो। और यही कारण है कि इस कांच के पुल पर लोग अपने नेचर एडवेंचर का मजा लेने वँ सेल्फी लेने के लिए काफी भीड़ रहती हैं।
राजगीर में बने इस ग्लास स्काईवॉक ब्रिज कुल लम्बाई 85 फीट व चैडाई करीब 6 फीट है. औऱ धरती से घाटी इस ब्रिज की ऊंचाई करीब 250 फीट है. कांच के इस ब्रिज पर एक साथ में शुरुआत में तकरीबन 40 लोग जा सकेंगे, तो वही इसके डी सेक्टर यानी अंतिम छोर तक करीब एक साथ 10 लोग आसानी से जा सकते है।इस पुल के निर्माण में 15 एमएम के तीन लेयर के पारदर्शी कांच लगाए गए हैं. जिसकी कुल मोटाई 45 एमएम है, जिसके कारण इसपर चलना काफी रोमांचकारी भी होगा.
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9. भागलपुर, जहाँ था प्राचीन विक्रमशीला विश्वविद्यालय Bhagalpur tourist places
भागलपुर बिहार की प्रमुख पर्यटन स्थल में से भी एक हैं. यह पटना से करीब 200 किमी की दूरी पर स्थित पावन माँ गंगा नदी के तट पर बसा हुआ है.यह एक ऐतिहासिक शहर है जिसका प्राचीन नाम चम्पानगरी हैं. भागलपुर प्राचीन काल यानी कि महाभारत काल में अंग प्रदेश की राजधानी हुआ करता था।
भागलपुर को भारत का सिल्क उत्पादक शहर कहा जाता है। यही पर स्थित था दुनिया का दूसरा सबसे प्राचीनतम विश्वविद्यालय में से एक विक्रमशीला विश्वविध्यालय। जो शिक्षा और अध्ययन का बहुत बड़ा केंद्र था। परन्तु यह विश्वविद्यालय भी नालन्दा विश्वविद्यालय की तरह विदेशी आक्रमणकारियों का शिकार हुआ और बाद राजनीतिक दलों के उपेक्षा का शिकार। अब इस ऐतिहासिक शिक्षा के केंद्र का खंडहर के रूप में सिर्फ अवशेष देखा जा सकता है, जिसे देखने के लिए हर रोज हजारों पर्यटक आते हैं।
10. राजगीर, मगध की प्राचीन राजधानी Rajgir famous tourist place in Bihar.
भगवान बुद्ध औऱ भगवान महावीर की धरती के नाम से जाने जाना वाला ऐतिहासिक शहर राजगीर। राजगीर में ही बुद्ध और महावीर ने अपना उपदेश दिया था. जिसका प्राचीन नाम राजगृह था. पाटलिपुत्र से पूर्व में राजगीर ही मगध साम्राज्य का राजधानी हुआ करता था ।राजगीर में कई महान शाषक हुये, उनमें सबसे प्रमुख बिम्बिसार तथा अजातशत्रु थे।
इसके अलावा राजगीर का ज़िक्र रामायण वँ महाभारत काल में भी मिलता है.धर्म गरतन्थ के अनुसार महाभारत काल में यह जरासंध की राजधानी हुआ करता था.जहा पर बार बार के युद्ध से तंग आकर भगवान श्रीकृष्ण को मथुरा छोड़कर जाने पर विवश कर दिया था, इस कारण भगवान श्रीकृष्ण को रणछोड़ नाम पड़ा था.यहां पर जराशनघ की वध कुंती पुत्र भीम ने किया था।
यहां की प्रमुख पर्यटन स्थल राजगीर में स्थित गर्म पानी के जल स्त्रोत ,जरासंघ का अखाड़ा,पिपला गुफा , सप्तपर्णी गुफा,बिम्बसार कारागृह ,विश्व शांति स्तूप आदि स्थित है। इन सब के आलवा हाल ही में यहां इस क्षेत्र को विकास करते हुए ग्लास ब्रिज, स्काई वाई,नेचर पार्क राजगिर zoo safari आदि पर्यटकों के लिए बनाया गया है।
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11. पावापुरी, जैन धर्म का पावन स्थल प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बिहार Pawapuri, the Famous tourist destination Bihar
पावापुरी जैन धर्म के सबसे अहम तीर्थंकर स्थल है .यही पर भगवान महावीर ने अपना शरीर का त्याग किया था. तब से ऐसा कहा जाता है कि जब महावीर ने अपना शरीर त्याग कर दिया तो उनकी शरीर के भस्म को उनके हजारों अनुयायियों ने उस राख को उठाना शुरू कर दिया था फलतः राख खत्म हो गया और लोग तब वहां की मिट्टी ही उठाने लगें थे ,
जिसके बाद वहां पर वह स्थान गढा में परिवर्तन हो गया। जिसमे से जल निकल गया, जिसे आगे चालक एक सरोवर के रूप में परिवर्तन कर दिया गया और उसमें कमल का पुष्प रख दिया गया। तथा इस सरोवर का नाम भी कमल सरोवर रख दिया गया। वर्तमान समय में यहां के ये सरोवर कमल के फूलों से भरा पड़ा है। जिसके पास में ही स्थित है जल मन्दिर जो काफी प्रसिद्ध और दर्शनीय है।
12. पूर्वी चंपारण केसरिया बौद्ध स्तूप kesariya Baudha stupa famous tourist place in Bihar
पूर्व में यहां पर चंपा के फूलों से बहुत बड़ा एक वन हुआ करता था,जिस कारण इस शहर का नाम चंपारण पड़ा ।यह भी एक ऐतिहासिक शहर हैं जो अब दो हिस्सों में बंट चुका है, जो नेपाल सीमा से सटा हुआ जिला हैं। चंपारण के पूर्वी भाग यानी पूर्वी चंपारण में महाभारत काल से जुडी भगवान शिव का मंदिर स्थित हैं जिसका नाम सोमेश्वर नाथ मंदिर है.
तो रामायण काल से जुड़ा हुआ पिपरा में सीता कुंड , तथा महात्मा बुद्ध से जुडी हुई दुनिया का सबसे ऊंचा स्तूप केसरिया बौद्ध स्तूप हैं। इनसब के आलवा चंपारण को गांधी की कर्मभूमि भी कहा जाता है।यही से गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था। इसी चंपारण में प्रसिद्ध सन्धि सुगौली सन्धि हुआ था।
13 . पश्चिम चंपारण ,वाल्मीकि टाइगर रिजर्व बिहार West Champaran, Valmiki Tiger Reserve, Bihar
पश्चिम चंपारण में प्रमुख पर्यटन स्थल स्थित है, उनमें रामायण के रचनाकार महर्षि वाल्मीकि का आश्रम, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व , त्रिवेणी का किनारा, बावनघारी, भिकनातोहरी, सुमेश्वर किला, बृंदावन, नंदनगढ़, अशोका स्तंभ के अतिरिक्त और भी कई स्थान हैं।
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14. एतिहासिक नगरी मुंगेर प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बिहार Munger Famous Tourist Place Bihar
मुंगेर नवाब मीरकासिम की राजधानी हुआ करती थी। उसके द्वारा निर्मित किला आज भी हैं। मुंगेर का प्राचीन नाम मोदिगिरी था। यहां के प्रमुख पर्यटन स्थल में से सीता चरण मन्दिर , सीता कुंड , ऋषी कुंड , गर्म जल कुंड आआदि स्थित हैं। यह स्थान भी कई पौराणिक कथाओं में जैसे रामायण और महाभारत में मिलती हैं।
15. सोनपुर बिहार Sonpur Bihar
हरिहर नाथ मंदिर सोनपुर
सोनपुर में दुनिया का सबसे बड़ा पशु मेला लगता है. यहां दुनिया के करीब 1000 प्रकार के अलग अलग जीव जंतुओं की खरीद बिक्री की जाती हैं। यह मेला हर साल कार्तिक मास के पूर्णिमा के दिन से लगता है। जिसे हरिहर क्षेत्र का मेला भी कहा जाता है।
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