Last Village of India: क्या आप जानते हैं कि भारत का सबसे अंतिम गांव कौन सा है. शायद नही जानते होंगे.अगर आप नही जानते हैं ,कि आपके देश की यानी भारत का आखिरी गांव जिसे आप सबसे अंतिम गांव के विषय में, तो आज हम बताने जा रहे हैं. आपके देश के सबसे लास्ट विलेज के विषय में- यह गांव भारत का ऐसा गांव हैं. जहाँ कई प्रकार के किवदंती जुड़ी हुई हैं. कई आध्यात्मिक धार्मिक औऱ रहस्य जुड़ी हुई हैं.
ऐसा कहा जाता है कि कि इस माणा गांव आने वाले हर व्यक्ति की दरिद्रता दूर हो जाती हैं. औऱ वह व्यक्ति अमीर हो जाता हैं. तो वही इस खूबसूरत पहाड़ों पर बसी हुई गांव के बारे में कहा जाता है कि इस ” माणा” गांव से होकर स्वर्ग की ओर भी एक रास्ता जाता है. औऱ इसी रास्ते से होकर महाभारत के पांडव स्वर्ग गए हुय थे. आइए जानते हैं भारत के उस ख़ूबसुन्दर गांव के विषय में-
भारत का सबसे अंतिम गांव कौन सा है (The Last Village of India)
Last Village Mana: उत्तराखंड की ख़ूबसुन्दर वादियों से घिरा हुआ है भारत का आखिरी गांव “माणा” ! यह गांव इंडिया का लास्ट विलेज हैं. जो कि हमारी कल्पनाओं से कही दूर उत्तराखंड में बसे हुय स्वर्ग से भी ज्यादा खूबसूरत हैं.भारत का सबसे आखिरी गांव माणा, उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में बद्रीनाथ धाम से करीब 3 किमी की ऊंचाई पर बसा हुआ एक बेहद ही ख़ूबसुन्दर गांव है। माणा गांव समुद्र तल से 19,000 फिट की ऊंचाई पर स्थित हैं.
माणा गांव भारत वं तिब्बत सीमा बॉर्डर पर सटा हुआ है। यह गांव अपनी ऐतिहासिक ,सांस्कृतिक औऱ परम्परागत विरासत के साथ-साथ कई अन्य कारणों की वजह के अलावा भी और कई कथाओं के लिए मशहूर है। वैसे तो इस गांव के विषय में पहले बहुत ही कम लोग जानते थे। लेकिन अब यह गांव दुनिया में प्रसिद्ध हैं. इस गांव में अधिकांश लोग रडंपा जाति के लोग रहते हैं।
माणा गांव के बारे में कहा जाता है कि यहाँ इस गांव में जो भी व्यक्ति पाप से भरा हुआ है उसका यहां आने मात्र से व्यक्ति जीवन में किये गए पापों से पूरी तरह मुक्त हो जाता है। साथ में आपको यह भी बता दे कि इस गांव का नाम भगवान महादेव के परमभक्त मणिभद्र देव के नाम पर पड़ा है. जो भगवान शिव का अनन्य भक्त हुआ करता था.उसकी भक्ति से भगवान शिव एकबार बहुत ही ज्यादा प्रसन्न हुए. जिसे भगवान शिव ने एकबार वरदान दिया था कि यहां जो भी व्यक्ति आएगा उसकी दरिद्रता दूर हो जाएगा।
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माणा गांव के इतिहास ( History of Mana Village Utrakhand)
भारत के अंतिम गांव माणा में ही वेद व्यास ऋषि के कहने पर भगवान श्री गणेश ने महाभारत की रचना की थी। इसके अलावामहाभारत युद्ध क समाप्त होने के पश्चात पांडव पांचों भाई द्रोपदी के साथ इसी माणा गांव से होकर ही स्वर्ग को जाने वाली स्वर्गा रोहिणी सीढ़ी तक गए थे। यहां आने वाले सैलानियों के देखने के लिए वँ सुनन के बहुत कुछ मिलता है. खासकर यहां के कई ऐसे दुकान, होटल , रिसोर्ट देखने को मिलेंगे जिसपे लिखा होगा भारत का अंतिम चाय की दुकान, जहाँ पर चाय की चुस्की ले सकते हैं।
भारत के अंतिम गांव माणा में देखने योग्य दर्शनीय स्थल | Sightseeing places to see in Mana, the last village of India-
वसुधारा वॉटर फॉल |Vasundhra Waterfall Mana Ganv
यह जलप्रपात भारत का आखिरी गांव में ही भीमपुल से 5 किमी की दूरी पर स्थित हैं. जो 400 फीट ऊंचाई से गिरता हैं इसका पानी ऊपर से नीचे गिरते हुए एकदम सा मोतियों की बौछारों की तरह मालूम पड़ता है . वसुधारा जलप्रपात को लेकर यह मान्यता है कि इस जलप्रपात में कोई भी पापि इसके जल से नहीं भिगाता है।
भोजपत्र | Bhojpatra–
हम सब जानते हैं कि पहले के जमाने में कागज नही होते थे इसलिए पहले लिखने के लिए भोजपत्र का इस्तेमाल किया जाता था.वह भोजपत्र भारत के आखिरी गांव माणा में बहुत ही अधिक मात्रा में पाया जाता है।
माणा गांव का प्राचीन गुफा| Old Caves of Mana Ganv ;-
माणा गांव में दो अति प्राचीन गुफा हैं जो कि महाभारत काल से है. इसमें दो गुफा गणेश गुफा और व्यासगुफा हैं जहाँ महाभारत ग्रन्थ की रचना की गई थी। यहां मौजूद शिला पर आज भी वेदों की अर्थ लिखा हुआ है।
जड़ी-बूटियों के लिए प्रसिद्ध माणा गांव
माणा गांव अपने खूबसूरती के आलवा आयुर्वेद चिकित्सा जड़ी बूटियों के भी प्रसिद्ध है। यहां पर सैकड़ों प्रकार के जड़ी-बूटी मिलते हैं जो कि किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है। यहां की जड़ी-बूटी खाने से पथरी की बीमारी से निजात मिलता है।
भीमपुल माणा गांव ( Bheem Bridge ):
यहाँ दूसरा ख़ूबसुन्दर देखने वाली स्थान में से एक भीमपुल है जिसके विषय में कहा जाता है कि इसका निर्माण कुंती पुत्र भीम ने एक ऊंचे पहाड़ों को उठा कर रख दिया था.जिसके बाद इसी भीमपुल से होते हुए अलकापुरी गए थे। आज भी लोग इसे स्वर्ग का मार्ग मानकर इस रास्ते से चले जाते हैं।
रोचक तथ्य माणा गांव के बारे में-
●माणा गांव के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यहां तो वैसे जनसंख्या बहुत ही कम है लेकिन यहां जितने भी परिवार है उन सब घर में चावल से शराब बनायीं जाती हैं
● यहां की प्रत्येक घर लकड़ियों की बनी होती हैं वो भी दो-तीन मंजिल तक।
●यहां के प्रत्येक लोग अपने जीवन यापन करने के लिए काम के अलावा जानवर भी पालते हैं।
●माणा गांव पूर्ण रूप से आध्यात्मिक, धार्मिक वँ राष्ट्रवाद से परिपूर्ण गांव हैं।
पूछा जाना वाला प्रश्न:-
भारत का आखिरी गांव कौन सा है?
माणा गांव
माणा गांव कहा है?
भारत का सबसे आखिरी गांव माणा, उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में बद्रीनाथ धाम से करीब 3 किमी की ऊंचाई पर बसा हुआ हैं।
माणा गांव पर किसका आशीर्वाद हैं
भगवान शिव का
हमारे हिंदी साइट्स “भारत की बात” पर आने के लिए आपका धन्यवाद!
Conclusion:- हिंदुस्तान का आखिरी गांव “माणा” का इतिहास, माणा पर्यटन स्थल औऱ वर्तमान की सभी जानकारी आपको कैसा लगा, क्या यह हिंदुस्तान का लास्ट विलेज Last Village Mana का यह जानकारी आपके लिए पर्याप्त है. और अगर है तो आप हमें अपने विचार कमेंट कर बताएं। हम आपके हर एक प्रश्न का उत्तर देने के लिए तैयार है।
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