Leh-Ladakh Tourism : लेह-लद्दाख जाने का ट्रिप बना रहे हैं तो जाने से पहले जरूर जान ले ये जरूरी बातें:-

क्या आप गर्मी के मौसम में लेह-लद्दाख का जाने का प्लान बना रहे हैं तो जाने से पहले भारत के इस बेस्ट टूरिस्ट स्पॉट बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर ले। औऱ इसके लिए आप बिल्कुल सही वेवसाईट पर आए हैं. जैसा कि सब जानते हैं कि गर्मी मॉनसून का माह चल रहा है और आप कहि भी किसी भी टूरिस्ट स्पॉट जाने से वहां की तमाम जानकारी हासिल कर लेना चाहते हैं जो वहां जाने पर आपको किसी भी प्रकार का कोई समस्या न हो तथा आप आसानी से वहां सैर कर सके।तो आज का यह आर्टिकल Leh-ladakh tour पर्यटन स्थल जो भारत का सबसे बेस्ट नम्बर 1 टूरिस्ट स्पॉट के बारे में बता रहे हैं-

Leh-Ladakh Tourism : लेह-लद्दाख जाने का ट्रिप बना रहे हैं तो जाने से पहले जरूर जान ले ये जरूरी बातें:-


Table of Contents

लेह-लद्दाख पर्यटन स्थल क्यों प्रसिद्ध हैं Why Leh-ladakh is famous.

मॉनसून माह में घूमने के लिए लेह- लद्दाख भारत का सबसे बेस्ट टूरिस्ट स्पॉट हैं. लेह- लद्दाख भारत के उत्तर में स्थित एक केंद्रशासित राज्य प्रदेश हैं.  जो देश के आजादी के बाद जम्मु कश्मीर राज्य का हिस्सा हुआ करता था .हिमालय पर्वत के गोद में बसा यह राज्य ख़ूबसुन्दर झील, नदियां, पहाड़ो की ऊंची ऊंची चोटी पर जमी हुई बर्फ से ढका हुआ यह इलाका बेहद ही आकर्षक और सुंदर टूरिस्ट प्लेस हैं.

लेह- लद्दाख समुद्र तल से 11,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित हैं . जिसे दुनिया का सबसे ठंडा मरुस्थल कहा जाता है. यह राज्य पाकिस्तान, अफगानिस्तान, वं  चीन बॉर्डर के नजदीक होने के कारण पर्यटन  के साथ  साथ आंतरिक  दृष्टि से भी  महत्वपूर्ण है. यहां पर पर्यटक अगस्त सितम्बर के माह में आकर यहां के ख़ूब  सुन्दर नदियों में  रिवर राफ्टिंग, उबड़ खाबड़ पहाड़ो पर ट्रैकिंग करते हैं.

इसके अलावा पर्यटक यहां पर यहां पर बालू की रेतो पर फिसलना, बालू के रेगिस्तान में मोटरसाइकिल का आनंद लेना तथा झील किनारे रात गुजारने के लिए कैम्पिंग आदि करते हैं और भरपूर आनंद उठाते है. ऐतिहासिक धरोहर किले व मन्दिर,बौद्ध मठ भी सकते है और साथ में आध्यत्म में ध्यान केंद्रित कर मन को शांति प्रदान कर सकते हैं।

क्या लद्दाख और लेह एक ही है? लेह का जानकारी . Is ladakh and leh same.

लद्दाख और लेह एक ही नही है बल्कि लेह- लद्दाख का राजधानी है.और मुख्य शहर भी है,लेह तीन बेहद ऊंची तथा खूबसुंदर प्रकृतिक झीलों से घिरा हुआ है. ये ख़ूबसुन्दर झीलें त्सो मोरीरी, त्सो कर तथा पैंगोंग त्सो झील है. ये झीलें पहाड़ो से ऐसी दिखाई देती हैं जैसे मानो जमीन पर नीलम पत्थर जड़े हुए हो। जिसे देख कर कोई भी व्यक्ति हक्का बक्का रह जाता है .

इसके अलावा लेह शहर ज़ांस्कर, सिंधु, तथा जो श्योक नदियों के चमचमाती जल से और भी शानदार दिखता है.लेह शहर एक और खास बात के लिए जाना जाता है वह हैं, इस शहर से बाहर स्थित एक चुम्बकीय पहाड़। जिसके विषय में कहा जाता है कि ये गुरुत्वाकर्षण के विपरीत होते हुए वाहनों को ऊपर की ओर खींचती है। जिसे देख यहां आने वाले पर्यटक आश्चर्य चकित रह जाते हैं। लेह- लद्दाख का बौद्ध धर्म का प्रमुख केंद्र हैं.

इन्हें भी पढ़ें:-पोखरा नेपाल Pokhara Nepal पर्यटन स्थल की पूरी जानकारी:

बौद्ध धर्म के कुछ महत्वपूर्ण प्रमुख केंद्र

शांति स्तूप shanti Stupa Leh 
शांति स्तूप फ़ोटो shanti Stupa photo Leh

लेह-लद्दाख का बौद्ध धर्म का प्रमुख केंद्र हैं. जहां पर कई ऐतिहासिक बौद्ध मठ भी है. जिसका यात्रा कर पर्यटक यहां की रहन सहन, भेष भूषा,आध्यात्मिक ज्ञान और प्राचीन संस्कृति से रूबरू हो सकते हैं।

लेह-लद्दाख का प्रमुख पर्यटन औऱ आध्यात्मिक स्थान Places to visit in Leh-ladakh Tourism

शंकर गोम्पा या शंकर मठ Shankar monastery

शंकर मठ लद्दाख राज्य के लेह में स्थित है. यह मठ पीले समुदाय के लोगों का है. जिसमें एक मुख्य चिंतन भवन हैं, जहां तक पहुँचने के लिए यात्रियों को कई सारी सीढ़ियों को पार करना पड़ता है.शंकर गोम्पा में सोने से बने हुए कई सारे छोटे-छोटे चित्र हैं।शंकर मठ में भगवान बुद्ध की 11 सिर औऱ 1000 पैरों वाली एक खूबसूरत तस्वीर हैं, ऐसा कहा जाता है कि इस मठ को गेलुकम्‍पा वंश के लामाओं ने अपने इष्‍ट देवता अवलोकेश्‍वर पद्माहर को समर्पित किया था।

अलची गोम्पा या अलची मठ Achi Gompa monastery

अलची गोम्पा या अलची मठ लदाख के लेह में 70 km दूरी पर स्थित है. अलची मठ में हजारों वर्ष प्राचीन भित्ति चित्र और काष्‍ठ निर्मित उत्‍कृष्‍ट नक्‍काशी है.इस मठ में 6 मंदिर, बुद्ध की बैठी हुई मुद्रा में मूर्तियाँ तथा अनुपम कलाकृतियाँ हैं. अलची मठ में आभूषणों से सुसज्जित बीस फीट ऊंची एक आकर्षक मूर्ति भी है।

थिक्सी गोम्पा leh ladakh monastery Thodi Gompa

थिक्सी गोम्पा leh ladakh monastery Thodi Gompa

थिक्सी मठ लेह से 26 किमी दूर पवित्र सिन्धु नदी के किनारे स्थित है.थिकसे मठ के ऊपर से सिंधु घाटी के सुंदर औऱ अद्भुत नजारे को देखा जा सकता है.इसके दीवारें अत्यंत सुंदर चित्रों और कला कृतियों से मढ़ी हैं. थिक्सी मठ लेह में स्थित सभी मठों से सुंदर,आकर्षक और ख़ूबसूरत है. 12 हज़ार फीट पर पहाड़ी के ऊपर बनी हुई यह मठ तिब्बती वास्तुकला का सुंदर उदाहरण है.

इसका निर्माण 15 वीं सदी में शेर्ब जंगपो के भतीजे पल्दन शेराब ने बनवाया था. थिक्सी मठ 12 मंजिल का हैं, इस मठ में कई भवन, मंदिर और भगवान बुद्ध की मूर्तियाँ है। यहाँ करीब 250 लामा रहते हैं.इस मठ में एक भगवान बुद्ध की 15 मीटर ऊँची काँसे की मूर्ति स्थित हैं. जिसे को हर मंजिल से देखा जा सकता है।थिक्सी मठ के कक्ष मूर्तियों, स्तूपों, थांगका, पुरानी तलवारों तथा तांत्रिक कलाकृतियों से दीवारें भरी हुई हैं।

शांति स्तूप shanti Stupa Leh

शांति स्तूप लदाख के लेह से 5 किमी दूर चंगस्पा गाँव में स्थित है.यह स्तूप सफ़ेद पत्थर से निर्मित हैं. शांति स्तूप का स्थापना वर्ष 1985 में भिक्षु ग्योम्यो नाकामुरा द्वारा करायी गई थी। जिसका उदघाटन सन 1991 में 14 वें दलाई लामा ‘तेनजिन ग्यात्सो’ द्वारा किया गया था।

लेह महल या लेह किला कहा है leh fort kaha hai

लेह महल या लेह किला कहा है leh fort kaha ha

photo leh fort 

लेह महल लदाख के राजधानी लेह में स्थित हैं. लेह महल पहाड़ की ऊंची चोटीयो पर बना ल्हासा के प्रसिद्ध पोटाला महल का लघु-संस्करण माना जाता है.लेह महल का निर्माण राजा सिंग्मे नामग्याल ने 17 वीं शताब्दी में करवाया था.यह एक 9 मंजिल कंछल हैं. जिसमें कई ऐतिहासिक मन्दिर भी है. जिसे पुजारी सुबह और शाम के वक्त ही पूजा करने के लिए खोलते है।

ये भी पढ़ें:- भारत के 9 सबसे डरावनी किला की जानकारी, जहा सरकार भी जाने से डरती है-

लेह ठंड के मौसम में खेले जाने वाले खेलो के बेस्ट स्थान

लेह को ठंड के मौसम में साहसिक खेलों के लिए जन्नत कहा जाता है. वर्तमान समय में लेह ठंड के मौसम में खेल आयोजन करने औऱ खेलने के लिए भारत में ही नही बल्कि दुनिया में बेस्ट स्थान है. इस दौरान जानी मानी यात्रा चादर ट्रेक एक बेहद ठंडे गांव से शुरू की जाती हैं.जो लेह शहर से करीब 65 km दूर स्थित गांव से शुरु किया जाता हैं.जहा पर जांस्कर नदी पूरी तरह से बर्फ से ढका रहता है.इस यात्रा के दौरान यात्री रात्रि में बर्फीली गुफाओं में भी रात गुजारते हैं।

लद्दाख जैसी खूबसूरत जगह में घूमने के साथ-साथ कैंपिंग का भी मजा लें, ये है 5 बेहतरीन कैंपिंग साइट

Leh-ladakh bike trip

अगर आप कैंपिंग करना चाहते हैं तो इसके लिए दुनिया के लेह लद्दाख से बेस्ट स्थान औऱ कोई नही हैं.जहां पर ऊंचे पहाड़ों पर जमे बर्फ का आनंद लेना,औऱ खूब-सूरत प्राकृतिक झीलों के साथ मन को तरोताजा करना, यहां पर पर्यटकों कैम्पिंग का मजा और दो गुना कर देती हैं।

लद्दाख जैसी खूबसूरत जगह में घूमने के साथ-साथ कैंपिंग का भी मजा लें, ये है 5 बेहतरीन कैंपिंग साइट

पैंगोंग झील में कैंपिंग – Camping in Pangong  Lake in Hindi

पैंगोंग झील में कैंपिंग – Camping in Pangong  Lake in Hindi

पैंगोंग झील भारत का सबसे बेहतरीन कैपिंग करने के लिए झील है. पैंगोंग झील में ही 3 इडियट्स फिल्म की कई सिन शहुत किये गए थे. इस झील के किनारे कई सारे कैंपिंग साइट मौजूद हैं, जिसमें चादर टेंट और गर्म कपड़े, बिस्तर, आसपास की देखने लायक खूबसूरत जगह, खाना, पानी और एक सुरक्षित परिसर जैसी कई सुविधाएं पर्यटकों दी जाती हैं। यहां आकर आपको शांति ही शांति अनुभव होगा।अतः आप यहां एक बार अवश्य जाए,औऱ आनंद उठाये।

त्सो मोरिरी में कैंपिंग – Camping in Tso Moriri in Hindi

त्सो मोरीरी लद्दाख का सबसे बड़ी झील है. यह एक बेहद ही सुंदर झील है.त्सो मोरीरी झील समुद्र तल से 15,075 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। जहां अनेको प्रकार के वनस्पति वँ जीव पाए जाते हैं.यह एक ऐसा झील है, जहां आप 30 अलग अलग प्रकार के पक्षियों को देख सकते हैं.इस झील के किनारे भी नोर्लिंग कैंप और नोमाडिक कैंप मौजूद हैं, कैंपिंग साइट के लिए।

नुब्रा घाटी में कैंपिंग – Camping in Nubra Valley in Hindi

नुब्रा घाटी में कैंपिंग – Camping in Nubra Valley in Hindi नुब्रा घाटी लदाख के बर्फ से ढके


नुब्रा घाटी लदाख के बर्फ से ढके पहाड़ों,प्राचीन महलो तथा गोम्पों से घिरी कैपिंग साइट है. जिस कारण इसे त्रि-आर्म घाटी के नाम से भी जानते है.यहां पर अपना कैंप लगाने का सबसे अच्छा समय जून से लेकर सितंबर तक के बीच है,यहां पर एक डेजर्ट हिमालय रिज़ॉर्ट भी है

ज़ांस्कर घाटी में कैंपिंग – Camping in Zanskar Valley in Hindi

लेह-लद्दाख के एक सुदूर कोने में बसी, ज़ांस्कर घाटी लेह की सबसे आकर्षक स्थानों में से एक हैं. यहां पर सैलानी हाईकिंग, रिवर राफ्टिंग और पहाड़ों पर ट्रैकिंग कर सकते हैं. यह कारगिल जिला में पड़ता है. यहां कैपिंग करने के लिए बेस्ट समय अगस्त और सितम्बर हैं।

थिकसी मठ में कैंपिंग – Camping in Thiksey Monastery in Hindi

थिकसी मठ भी कैंपिंग के लिए लदाख का बेस्ट स्थान है. जहां पर आप राफ्टिंग, साइकिलिंग, ब्रिज-वॉचिंग और पोलो खेलने जैसी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।

लेह लदाख घूमने जाने का सबसे अच्छा समय कब हैं Which is best time to visit leh laddakh.

लेह-लदाख घूमने जाने का सबसे अच्छा समय वैसे तो गर्मी का ही दिन होता है, क्योंकि यहां ठंड के समय में काफी ठंड पड़ती हैं लेकिन बहुत सारे सैलानी ठंड के मौसम में भी जाते हैं. परन्तु आप अप्रैल से लेकर अक्टूबर माह तक जाएं तो यह काफी बेहतर अनुभव प्राप्त होगा।

लेह-लदाख का तापमान क्या है  leh ladakh temperature

लेह-लदाख ( leh ladakh weather) का तापमान ठंड के मौसम में -1 डिग्री से लेकर -50 डिग्री तक होता है तो वहीं अप्रैल से लेकर जून तक तापमान 5 से 11 डिग्री तक होता है. और जुलाई से लेकर सितम्बर अक्टूबर माह तक 5 डिग्री से लेकर 23 डिग्री तक रहता हैं।

पूछा जाने वाला प्रश्न:

क्या लेह लद्दाख यात्रा करने के लिए सुरक्षित हैं Is leh laddakh safe to travel.

Leh-ladakh bike trip

जी हाँ लेह लद्दाख यात्रा करना बिल्कुल सुरक्षित है यहां किसी भी प्रकार का कोई खतरा या डर नहीं है। खासकर आप  Leh-ladakh bike trip यदि आप करते हैं तो इसका मजा अलग ही है. इसके लिए आपको 5 दिन का 22000 रु लग सकता है और इससे अधिक भी।

लेह लद्दाख कब जाना चाहिए?

यदि आप Leh-Ladakh Trip लेह-लद्दाख की खूबसूरत वादियों देखने जाना चाहते हैं तो और इस ख़ूबसुन्दर प्राकृतिक वादियों को करीब से निहारना चाहते हैं तो इसके लिए आपको जून और जुलाई का महीना एकदम परफेक्ट होता है।

लेह लद्दाख में घूमने के लिए क्या है?

लेह लद्दाख दुनिया के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल में से एक है जहा सैलानी घूमने के साथ अन्य प्राकृतिक एडवेंचर कर सकते हैं जैसे- तैराकी, बोटिंग, फ़िशिंग,माउंटेनिंग, बएकिंग, आदिव।इसके अलावा आप शांति स्तूप ,तिब्बती मठ,हिन्दू राजाओं का किला,कई बडे छोटे स्वच्छ जल वाली झील,पहाड़, छोटी बड़ी कल कल करती नदियां,लेह मार्केट, लद्दाख ट्रैक ,गुरुद्वारा पत्थर साहिब ,हेमिस मठ ,माउंटेन बाइकिंग लेह में एक मुख्य घूमने की जगह माना जाता है जो समुद्र तल से 4,267 मीटर की ऊंचाई पर हैं और सड़क मार्ग से 5 किलोमीटर दूर है।

लेह (लद्दाख ) और किन नामों से जाना जाता है।

लेह (लद्दाख) को अतीत में अलग-अलग नामों से जाना जाता था। इसे कुछ खाचुम्पा दूसरों द्वारा मरयूल या नीची भूमि कहते थे। फा-हेन ने इसे किआ-छा और ह्वेनसांग को मा-लो-फो के रूप में संदर्भित किया।

लद्दाख में क्या फेमस है?

लद्दाख अपने चरम प्राचीन प्राकृतिक सुंदरता, प्राचीन मठों, अन्य हिन्दू धार्मिक स्थलों ,गुरुद्वारा पत्थर साहिब ,हेमिस मठ ,माउंटेन बाइकिंग ,रॉयल्टी के महलों , विभिन्न गोमपास ,पर्वत चोटियों , वन्यजीव सफारी , कैम्पिंग, साहसिक गतिविधि के धब्बे और के समावेशी के लिए प्रसिद्ध है। 

लद्दाख के रूप में भी जाना जाता है क्या? Laddakh is also called

सही उत्तर खापा – चान है। खापा – चान को लद्दाख के नाम से भी जाना जाता है। खापा-चान का अर्थ है बर्फ की भूमि। लद्दाख एक ठंडा रेगिस्तान है जो जम्मू और कश्मीर के पूर्वी हिस्से में महान हिमालय में स्थित हैं।

लद्दाख में सबसे बड़े बौद्धिक संस्थान क्या है

हेमिस मठ को लद्दाख में सबसे बड़े बौद्धिक संस्थान के रुप में जाना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इसका अस्तित्व 11वीं सदी से पहले से है. यह जगह प्रसिद्ध हेमिस त्योहार की जगह भी है जो हर साल जून में मनाया जाता है. 

लद्दाख में ठंड कितना पड़ता है। Temp in Ladakh

लद्दाख क्षेत्र में, द्रास शहर में न्यूनतम 27.6, लेह में शून्य से 16.3 और कारगिल में शून्य से 18.6 नीचे दर्ज किया गया. जम्मू में रात का न्यूनतम तापमान 7.7, कटरा में 5.0, बटोटे में 1.5, बनिहाल में 0.8 और भद्रवाह में माइनस 2.1 दर्ज किया गया।

लेह औऱ लदाख का हेल्पलाइन नंबर क्या है leh-ladakh helpline number

लेह औऱ लदाख का हेल्पलाइन नंबर नीचे दिया गया है.

Social Welfare Schemes : 01982-252585

Rural Development Schemes : 01982-252458

FCS & CA : 01982-252376

Tourism schemes : 01982-252297

Agriculture schemes : 01982-252028

Horticulture Schemes : 01982-252920

Employment schemes : 01982-252249

Health Schemes : 01982-252012

leh ladakh tourism contact number

Not Available

लेह लदाख कैसे पहुचे।  How to reach leh ladakh.

लेह लदाख जाने के लिए सबसे आसान आप दिल्ली से फ्लाइट के द्वारा जा सकते हैं. इसके अलावा आप देश के अन्य हवाई अड्डे से भी आ सकते है।यहां ट्रेन नहीं चलती हैं. इसलिए आप सड़क मार्ग के द्वारा भी जा सकते हैं।

How to go leh ladakh from delhi

Via Airplanes

क्या लेह लद्दाख अब पर्यटकों के लिए खुला है Is leh ladakh open for tourist now.

हा आप अब किसी भी समय लेह लद्दाख पर्यटन स्थल जा सकते हैं और अब पर्यटकों के लिए खुला हुआ है।

लेह लद्दाख की यात्रा कैसे करें।How to pan a trip to leh ladakh.

लेह लद्दाख की यात्रा आप हवाई मार्ग या सड़क मार्ग द्वारा कर सकते हैं।

लेह लदाख कहा है Where is leh-ladakh.

लेह लदाख भारत में है। यह एक केंद्रशासित प्रदेश हैं.

लद्दाख और केरल के बीच अंतर कितनी है।Difference between Ladakh to kerla

3,612.4 कि.मी.)

Where is Ladakh situated.

लद्दाख के लोग किस स्रोत पर करते हैं On which source do the people of Ladakh

टापू लेह-लद्दाख में खुबानी  औऱ, पाबा पोषण का एक बड़ा स्रोत है। 

लद्दाखी क्या हैWhat is ladakh

लद्दाख एक राज्य है Is a Ladakh a state

लद्दाख का खाना क्या है जो प्रसिद्ध हैं।Food of Ladakh

पाबा लद्दाखी लोगों का मुख्य भोजन हैं।

लद्दाख त्योहार क्या है Ladakh festival

हेमिस लद्दाख में एक सबसे लोकप्रिय और सबसे बड़ा त्योहार है।

लद्दाख की राजधानी कहा है where is Ladakh capital

लद्दाख की राजधानी लेह हैं।

लद्दाख हवाई अड्डे का नाम क्या है Ladakh airport name

कुशोक बकुला रिंपोचे विमानपत्तन कुशोक बकुला रिंपोचेे हवाई अड्डे हैं।

लेह से लदाख की दूरी कितनी हैं leh to ladakh distance .

 लेह से लदाख की दूरी 6.5 किमी हैं.

जम्मू से लेह की दूरी कितनी है।Jammu to leh ladakh distance

जम्मू से लदाख जाने में 16 घंटे 24 मिनट समय लगती हैं इसकी कुल दूरी  (682.0 कि.मी.) हैं।

लदाख की सीमा कितने देशों से लगती हैं

लद्धाख की सीमा तीन देशों से लगती हैं पहला पाकिस्तान, दूसरा चीन,तीसरा अफगनिस्तान से लगती हैं।

लद्धाख के लोग कौन सी भाषा बोलते हैं

लद्धाख के लोग भाटी भाषा बोलते हैं यह एक तिब्बती भाषा हैं।

Noteलेह-लदाख पैकेज (leh-ladakh package ) की जानकारी के लिए लिये click करें।

हमारे हिंदी साइट्स “भारत की बात” पर आने के लिए आपका धन्यवाद!


Conclusion:- लेह लद्दाख ट्रिप पर्यटन स्थल का यह जानकारी आपको कैसा लगा, क्या यह leh-ladakh tour का जानकारी आपके लिए पर्याप्त है. और अगर है तो आप हमें अपने विचार कमेंट कर बताएं। हम आपके हर एक प्रश्न का उत्तर देने के लिए तैयार है।

औऱ भी पढ़ें:-


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *