BodhGaya Tour: बोधगया बिहार का एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है.और यह एक प्राचीन शहर भी है. जहां कई धर्मो का केंद्र रहा है. खासकर बौद्ध धर्म के लिए. यदि आप बिहार के गया जिले में स्थित बोधगया का आध्यात्मिक, धार्मिक , ऐतिहासिक वं रमणीय पर्यटन स्थल घूमने जाने वाले हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है. फाल्गू नदी के तट पर स्थित बोधगया,बिहार पुरी दुनिया के सबसे बेस्ट पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध हैं.यह स्थान बिहार की राजधानी पटना से करीब 90 km की दूरी पर गया जिले में स्थित छोटा-सा शहर है।
वैसे तो कई बड़ी ऐतिहासिक धरोहर मंदिर मठ स्थित है। लेकिन यह स्थान बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों के लिए सबसे बड़े धार्मिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है. बोध गया में ही भगवान बुद्ध को वटवृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इसके अलावा यह स्थान हिन्दुओ के लिए महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है जो पितरों को पिंड दान करने के लिए जाना जाता है तो चलिये जानते हैं बोध गया के कुछ प्रसिद्ध धार्मिक ऐतिहासिक पर्टयक स्थलों के विषय में विस्तार से-
बोधगया का इतिहास – History Of BodhGaya In Hindi
बोधगया भारत के प्राचीन शहरों में से एक हैं. यही पर आज से करीब 2000 वर्ष पूर्व भगवान बुद्ध को कठिन तप करने के उपरांत पूर्णिमा के दिन को ज्ञान कीप्राप्ति हुई थी। जिसके बाद उन्हें लोग महात्मा बुद्ध के नाम से जानने लगे। औऱ उस दिन को बुद्ध पूर्णिमा के नाम से, जानने लगे ,और आगे चलकर इस स्थान को बोधगया कहा गया। ऐसा कहा जाता है।
कि वहां स्थित महाबोधि मंदिर में स्थापित प्रतिमा उसी स्वरूप में है. महात्मा बुद्ध की यह प्रतिमा बौद्ध धर्म के अनुयायी के लिए प्रतिष्ठा प्राप्त प्रतिमा हैं। इसके अलावा यह स्थान हिन्दू धर्म के लिए भी बहुत बड़ा तीर्थ स्थल हैं जहाँ पर हजारों साल पहले से यहां हिन्दू धर्म के लोग आश्विन मास के शुक्ल पक्ष में अपने स्वर्गीय पितरो के शांति वँ मुक्ति के लिए फल्गु नदी के तट पर पिंड दान करते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि यहां भगवान श्रीराम ने भी अपने स्वर्गीय पिता महाराज श्री दशरथ के शांति वँ मुक्ति के लिए पिंड दान किया थे. महाभारत काल के भी कई पौराणिक कथाओं का वर्णन यहां पर मिलता है, विश्व विख्यात मगध साम्राज्य की भी यहां पर शाषन होता था।
बोधगया में घूमने की जगह – Places To Visit In Bodh gaya In Hindi
1- महाबोधि मंदिर बोधगया घूमने की जगह Mahabodhi Temple, BodhGaya Mein Ghumne Layak Jagah
महाबोधि मंदिर बोधगया के सबसे मुख्य पर्यटन स्थल में से एक है. जो धार्मिक रूप से है बौद्ध धर्म के लोगो के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण तीर्थस्थल हैं. इस मंदिर में महात्मा बुद्ध की मूर्ति स्थापित है. इस मंदिर का निर्माण सम्राट अशोक ने 7सदी में बोधि वृक्ष के चारो ओर से किया गया। महाबोधि मंदिर को साल 2002 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर का दर्जा दिया गया था। महाबोधि मंदिर को ही बोधगया मंदिर( bodhgaya temple)कहा जाता है.
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2- बोधि वृक्ष Bodhi Tree in bodh gaya
ऐसा कहा जाता है कि भगवान बुद्ध को इसी बोधि वृक्ष के निचे तपस्या करने के बाद ज्ञान की प्रप्ति हुआ था। इस बोधि वृक्ष को लेकर कहा जाता है कि इस वृक्ष के एक ही भाग हैं ओर अन्य भाग को सम्राट अशोक की बेटी श्री लंका ले गई थी।
3- महात्मा बुद्ध की ऊंची प्रतिमा Great Buddha Statue Bodh Gaya Mein Ghumne Layak Jagah
बोधगया में भगवान बुद्ध की 80 फीट की ऊँचाई वाली खूबसूरत प्रतिमा हैं. यह प्रतिमा भारत समेत विश्व के 50 खूबसूरत प्रतिमाओं में से एक हैं .तथा अपने देश भारत की सबसे ऊंची महात्मा बुद्ध प्रतिमाओं में से एक,हैं।इस भव्य प्रतिमा का निर्माण वर्ष 1989 में बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा द्वारा स्थापित किया गया था।
4- आर्कियोलॉजिक म्यूजियम Archaelogical Museum
आर्कियोलॉजिक म्यूजियम महात्मा बुद्ध से जुडी हुई एक छोटा सा संग्रहालय है. इस संग्रहालय में हिंदू धर्म तथा बौद्ध धर्म से जुड़ी हुई अनेको प्राचीन मूर्तियां कलाकृतियां को रखा गया है इसके अलावा बिहार के अलग अलग भागो से खुदाई में मिली अन्य प्राचीन चीजें भी रखी गई हैं।
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5. बोधगया वाटर पार्क | Bodh gaya Water Park In Hindi.
वर्तमान समय में बोधगया का वाटर पार्क एक बहुत ही लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गया है. जहां हर उम्र के लोग इस वाटर पार्क का आनंद लेने जा रहे हैं. यदि आप बोध गया की यात्रा पर है तो बोधगया वाटर पार्क जाना न भूलें. यहां पर बच्चों के लिए Baby pool, chhota bheem jips, jumping japak, boating जैसी एडवेंचर एक्टिविटीज उपलब्ध हैं तो वहीं एडल्ट्स के लिए stunt diving pool , Sliding pool, deep wave pool, spiral slides, dragon train, rain dance & columbus skydive आदि मौजूद हैं.
बोधगया वाटर पार्क भारत का सबसे सस्ता टिकट प्राइस वाला वाटर पार्क हैं. जहां Bodhgaya Water Park Entry Fee मात्र 300₹ रखा गया है. यह वाटर पार्क सप्ताह के सातों दिनों सुबह 8:30 बजे से शाम 7:00 बजे तक खुला रहता है। बोधगया वाटर पार्क में पार्किंग के साथ साथ खाने-पीने की भी अच्छी व्यवस्था की गई है. बोधगया शहर से वाटर पार्क की दूरी 3.5 किलोमीटर है।
6. जापानी मंदिर बोधगया घूमने की जगह Japanese Temple bodhgaya bihar
जापानी मंदिर पर महात्मा बुद्ध के उपदेशों को सिलसिला ढंग से नकाशी किया गया है जो पूर्ण रूप से जापानी वास्तुकला में बना हुआ है .जापानी मंदिर का निर्माण वर्ष 1972 में जपान के सहयोग से किया गया था।
7.थाई मठ(Thai Monastery BodhGaya) औऱ रॉयल भूटानी मठ बोधगया घूमने की जगह Royal Bhutanese Monastery
थाई मठ महात्मा बुद्ध का ही एक शांति मठ हैं जो सोने की टाइल्स से निर्मित खूबसूरत रमणीय ढकी हुई छत घुमावदार तथा ढलान छत वाली बौद्ध मठ है। तो वही दूसरा मठ रॉयल भूटानी मठ हैं. यह मठ बोधगया के प्रसिद्ध सभवमठो में से सुंदर है . इस मठ का निर्माण पड़ोसी देश भूटान के राजा ने महात्मा बुद्ध के श्रद्धांजलि के रूप में करवाया था ।इसी कारण इस मठ का नाम रॉयल भूटानी मठ रखा गया।
8. डूंगेश्वरी गुफा मंदिर बोधगया घूमने की जगह Dungeshvri Caves Temple in hindi
डूंगेश्वरी गुफा मंदिर महात्मा बुद्ध से सम्बंधित भारत का सबसे प्रचीन गुफा मंदिर है। यह वही गुफा हैं जहाँ पर भगवान बुद्ध 6 साल तक ध्यान लगाए थे । यह मंदिर बोधगया में एक पहाड़ी के सबसे ऊपर है,जहा पर जाने के लिए आपको पालकी का सहायता लेनी पड़ती हैं।
9. विष्णुपद मंदिर Vishnupad Temple bodh gaya in Hindi
यह मंदिर हिंदू धर्म से जुडी हुई एक ऐतिहासिक औऱ बहुत ही पौराणिक मंदिर हैं जो फल्गु नदी के तट पर स्थित हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार ऐसी स्थान पर भगवान विष्णु ने गायसुर नामक दैत्य का वध उसके छाती पर रख किया था ।भगवान विष्णु के पैरों के निशान यहां आज भी हैं
10. तिब्बती मठ Tibbati Monastery bodhgaya In Hindi
तिब्बती मठ बोधगया के पर्यटन स्थलों में से एक बेहद ही आकर्षक है। यह मठ यहां का सबसे प्राचीन और सबसे बड़ा मठ है जहा पर बड़ी संख्या में प्राचीन बौद्ध धर्मग्रंथ और उनके ऐतिहासिक दस्तावेज हैं। इस मंदिर में एक मैत्रेय बुद्ध की मूर्ति भी है। इस मठ में एक पुस्तकालय भी है जो बौद्ध धर्म के कई पहलुओं पर किताबें हैं।
11. रत्नाघरा बोधगया घूमने की जगह Ratnaghraa bodh gaya in Hindi
रत्नाघरा बोधगया में महाबोधि मंदिर के पास है. जिसका अर्थ होता है ज्वेल हाउस ‘है . ऐसा कहा जाता है कि बुद्ध ने अपना चौथा सप्ताह ध्यान में यही बिताया था। और ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान महात्मा बुद्ध के शरीर से कुछ अलग प्रकार के रंग उत्सर्जित होते थे। जिसके याद में वहां हमेशा कई अलग रंगों के झंडे लगाए गए हैं। रत्नाघार में ही बुद्ध की विशाल प्रतिमा है।तथा यहां पर एक खूबसूरत पार्क भी है।
12. गया के घाट Ghat of Gaya In hindi
गया का घाट हिन्दू धर्म के लोग प्रसिद्ध स्थान है .जहा पर हिन्दू धर्म के लोग सनातन संस्कृति के परम्परा अनुसार अपने स्वर्गीय पूर्वज का विधि पूर्वक उनके आत्मा के शांति के लिए पिंड करते हैं. यह सभी घाट फल्गु नदी के तट पर बना हुआ है।
इन सभी शीर्ष 12 पर्यटन स्थल के आलवा आप बोधगया में ताइवानी मंदिर,नागार्जुनी गुफा, बराबर गुफा ,प्रेतशिला पहाड़ी ,कर्मा मंदिर, टर्गर मठ, गेंधेन फेलगेलिंग मठ, फोवा सेंटर, रूट इंस्टीट्यूट, बोधगया विश्वविद्यालय आदि देख सकते हैं।
बोधगया क्यों प्रसिद्ध है
बोध गया
बोधगया घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Bodh Gaya In Hindi
बोधगया पर्यटन स्थल घूमने जाने का सबसे अच्छा समय सितंबर से लेकर अप्रैल माह तक का होता है. क्योंकि इस दौरान आप यहाँ पड़ने वाली भिष्म गर्मी से बच सकते हैं. वैसे आप मई जून महीने में भी जा सकते है लेकिन इसके लिए आपको व्हाइट कलर का सूती कपड़े पहनने होंगे. ताकि गर्मी से राहत पा सके।
बोधगया कैसे पहुंचें – How To Reach Bodhgaya In Hindi
बोधगया भगवान बुद्ध,भगवान महावीर की धरती होने के कारण यह एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल हैं.जहां देश विदेश से बौद्ध भिक्षु, जैन सम्प्रदाय तथ हिन्दू धर्म के लोग घूमने के लिए आते रहते हैं.यहां आप फ्लाइट,रेल औऱ सड़क मार्ग से आ सकते हैं,
फ्लाइट से बोधगया कैसे पहुंचें – How To Reach Bodh gaya By Flight In Hindi
फ्लाइट से बोधगया आने के लिए आपको बोधगया का सबसे निकटतम हवाई अड्डा गया एयरपोर्ट है जो बोध गया से 17 किलोमीटर दूर हैं. हालांकि गया एयरपोर्ट पर बहुत ही कम ही फ्लाइटें आती हैं.
गया एयरपोर्ट के अलावा पटना एयरपोर्ट, कोलकाता, दिल्ली, मुंबई, रांची, लखनऊ एयरपोर्ट सहित भारत के अन्य शहरों के एयरपोर्ट के द्वारा भी बोध गया पहुंच सकते है. पटना एयरपोर्ट से बोधगया 135 किमी दूर है।
रेल से बोधगया कैसे पहुंचें –How to reach bodhgaya from gaya railway station In Hindi
रेल से बोधगया पहुचने के लिए आपको बोधगया का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन गया जंक्शन आना होगा.गया जंक्शन बोधगया शहर से सिर्फ 13 किमी दूर है इस रेलवे स्टेशन से कई राज्यों से होकर लोकल,एक्सप्रेस ट्रेनें गुजरती हैं।
इसके अलावा आप सब बस से भी बोधगया पहुंच सकते हैं.गया में यहां का मुख्य बस स्टैंड हैं.औऱ गया बस स्टैंड से बोधगया शहर की दूरी कुल 12 km हैं.
बोधगया में कहां ठहरे – Where To Stay In Bodh Gaya In Hindi
बोधगया में रुकने के लिए कई तरह के AC औऱ Non AC होटल और गेस्ट हाउस हैं.आपको बोधगया के AC औऱ NonAC होटल और गेस्ट हाउस में बढ़िया रहने औऱ खाने पीने की सारी व्यवस्था उपलब्ध हैं. यहां पर आपको एक दिन के लिए होटल 400 ₹ से लेकर 1200 रु तक का मिल जाएगा. बोधगया के कुछ फेमस होटल निचे दिए गए हैं–
भूटान मोनेस्ट्री
Hotel Bodh gaya Gautam
बर्मीज विहार
Hotel Mariya international Bodh gaya
कुंदन बाजार गेस्ट हाउस
Mahamaya Hotel Bodh Gaya
महाबोधि सोसायटी(Mahabodhi Society)
The Imperial
रैन्बो गेस्टहाउस
Anand International Hotel Bodh gaya
साक्य मोनेस्ट्री गेस्टहाउस
राहुल गेस्टहाउस
सिद्धार्थ विहार टूरिस्ट कॉम्पलेक्स
होटल सुजाता
बोधगया का मौसम
बोधगया
@बोधगया किस नदी के किनारे है
बोधगया फाल्गू नदी के तट पर स्थित हैं
बोधगया का प्राचीन नाम क्या है
बोधगया
बोधगया में महाबोधि मंदिर किसने बनवाया।
देवपाल शाषक ने महाबोधि मंदिर का निर्माण करवाया था।
बोधगया किसे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।
बोधगया में महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।
बौद्ध मंदिर का निर्माण किस शैली में किया गया है।
बोध गया
बोध गया कहा है। Bodh gaya Kaha sthit hai.
बोध गया बिहार के राजधानी पटना से 135 km दूर गया जिले में स्थित हैं।
बोधगया का अंतरराष्ट्रीय महत्व क्या ह यह किस राज्य में स्थित हैं।Bodh gaya in which state in hindi.
बोधगया
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