पाकिस्तान का वैष्णव मंदिर कहा जाने वाला 51 शक्तिपीठ में से एक Hinglaj Mata Mandir गुफा….

Hinglaj Mata Mandir Pakistan : भारत समेत पूरी दुनिया में हिन्दू धर्म को मानने वाले लोग हर वर्ष नवरात्र में शक्ति की देवी माँ आदिशक्ति की पूजा-पाठ वँ आराधना करते हैं. इस दौरान माँ आदिशक्ति के भक्त देवी सती के अलग अलग रूप की अलग अलग मंदिर में दर्शन करने भी जाते हैं.आपको बता दें कि भारत समेत पूरी दुनिया में कुल 51 शक्तिपीठ मंदिर हैं.जिसमे से 4 आदिशक्ति पीठ और 18 महाशक्ति पीठ हैं. परन्तु आज हम पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रान्त में स्थित माता सती की 51 शक्तिपीठ में से एक हिंगलाज माता  मंदिर के बारे में जानेंगे.

पाकिस्तान का वैष्णव मंदिर कहा जाने वाला 51 शक्तिपीठ में से एक Hinglaj Mata Mandir गुफा....

हिंगलाज माता का मंदिर फ़ोटो

यह शक्तिपीठ पाकिस्तान स्थित 2 शक्तिपीठ में से एक हैं. वँ दूसरा शक्तिपीठ जो पाकिस्तान में है वह शिवहरकारय शक्तिपीठ हैं. माता सती के शक्तिपीठ हिंगलाज माता के मंदिर में पूरी दुनिया भर से लोग जाते हैं, इसके अलावा वहां के बलूच मुस्लिम समुदाय के लोग भी इस मंदिर में आते हैं वँ पूजा अर्चना करते हैं, जहां अक्सर इसलामिक आतंकी का हमला होने का भय रहता है. तो आइये जानते हैं विस्तार से-

हिंगलाज माता मंदिर बलूचिस्तान,पाकिस्तान का इतिहास Hinglaj Mata Mandir Pakistan History In Hindi 

Hinglaj Mata Mandir Balochistan : हिंगलाज माता मन्दिर पाकिस्तान अधिकृत बलूचिस्तान के हिंगोल नदी के तट पर स्थित हैं. जो कि 51 शक्तिपीठ में से एक है . हिन्दू धर्म के पौराणिक ग्रन्थ अनुसार यहां पर माता सती का ब्रह्मरंध्र (मस्तिष्क) गिरा था. हिंगलाज मंदिर को पाकिस्तान का वैष्णव देवी कहा जाता हैं, क्योंकि इसका मुख्य कारण है कि यह मंदिर भी कश्मीर स्थित माता वैष्णव देवी मंदिर के समान ही पहाड़ो की गुफा में स्थित हैं.

जिसके नीचे खूबसूरत घाटी, वं नदियां हैं. इन सब के आलवा माता हिंगलाज मंदिर को हिंगुला देवी तथा नानी का मंदिर औऱ नानी का हज के नाम से भी जाना जाता है. यह ऐतिहासिक मंदिर दुनिया भर के हिन्दुओ के आस्था औऱ विश्वास का प्रमुख धार्मिक स्थल है लेकिन इस्लामिल आतंकी देश पाकिस्तान की करतूतों के वजह से वहां दूसरे देश के लोग जाने में अपनी असमर्थता जताते हैं जिसका मुख्य कारण है आतंकी हमला औऱ सुरक्षा!

इसके बावजूद भी पाकिस्तान में मौजूद हिन्दू ,सिख धर्म के लोग वहां जाते हैं और पूजा अर्चना करते हैं.साथ- साथ बलूच मुसलमान भी यहां पर पूजा अर्चना करने आते है और हिन्दू परिवार के साथ मिल देखभाल करते है. यह काफी चमत्कारी मंदिर मन जाता है. हिंगलाज माता मंदिर के बारे में प्रसिद्ध ग्रँथ रामायण में भी उल्लेख मिलता है, इसके अलावा कई बड़े इतिहासकार भी इसकी पुष्टि कर चुके है।।

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पाकिस्तान का वैष्णव मंदिर किसे कहा जाता हैं

पाकिस्तान के बलूचिस्तान में स्थित हिंगलाज देवी मंदिर को पाकिस्तान का वैष्णव देवी मंदिर कहा जाता है जो अंदर से देखने में बिल्कुल माता वैष्णों देवी मंदिर के जैसा प्रतीत होता हैं. इस शक्तिपीठ को वही मान्यता पाकिस्तान में हैं जो कि भारत में स्थित माता वैष्णव देवी मंदिर का। जिसे देखने के बाद आपको ऐसा लगेगा कि आप भारत के वैष्णव धाम हैं लेकिन वहां एक चीज की कमी आपको जरूर मिलेगी, वह हैं सुरक्षा ,भोजन , सही मार्ग ,रहने का साधन आदि का और हजारों हजारों लोगों का भीड़ नही मिलेगा देखने को।

त्रेतायुग में भगवान श्रीराम भी दर्शन कर चुके हैं हिंगलाज माता मन्दिर का-

हिन्दू शास्त्र के अनुसार जब त्रेता युग में भगवान परशुराम जी ने दुनिया से कुछ खास क्षत्रियों के विनाश कर रहे थे, तब कुछ क्षत्रिय माता हिंगलाज के शरण में गये थे. तब माँ हिंगलाज ने क्षत्रिय को अभय दान दिया और उनके शरण में गये सम्पूर्ण क्षत्रिय को ब्रह्मक्षत्रिय बना दिया था। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि भगवान श्रीराम रावण वध करने के पश्चात जब अयोध्या लौटे थे. तो ब्राह्मण हत्या के पाप से मुक्त होने के लिए श्री राम भाई के साथ Hinglaj Mata Mandir Pakistan के मन्दिर गये थे।

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गुरुनानक देव तथा बाबा गोरखनाथ भी कर चुके हैं दर्शन

माता के दर्शन के लिए या किसी प्रकार के पाप से मुक्ति के लिए आम आदमी तो वहां जाता ही है लेकिन भारत के कई बड़े बड़े सन्त ,साधु , आध्यत्मिक गुरु औऱ यहां तक की भारत के प्रधानमंत्री भी वहां पर जाकर दर्शन कर चुके हैं. उनमें कुछ मुख्य नाम है- गुरुनानक देव, दादा मखान ,तथा बाबा गोरखनाथ औऱ पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी यहां मां हिंगलाज के दरबार में माथा टेक चुके हैं।

शक्तिपीठ हिंगलाज देवी गुफा मंदिर के आसपास- Around Shaktipeeth Hinglaj Mata Mandir

हिंगलाज देवी मंदिर के पास जो भक्त माता के दर्शन करने जाते हैं, उन्हें वहां पास में ही स्थित भीमलोचन भैरव रूप में भगवान शिव का दर्षन करना औऱ भी सफल वँ पुण्य माना जाता है। इसके अलावा इस मंदिर परिसर में ही भगवान श्री गणेश और माता कलिका देवी की प्रतिमा स्थापित है।

बलुचिस्तान के बलूच मुसलमान भी है माता के भक्त

पाकिस्तान अधिकृत बलुचिस्तान के बलूच मुसलमान भी माता हिंगलाज को लाल कपड़ा ,धूप अगरबत्ती ,फूल ,इत्र चढ़ा कर पूजा अर्चना करते है और वहां के बलूच मुस्लिम माता को नानी कहकर पुकारते हैं । यहां के माहौल को देखते हुए आप इस धाम को हिंदुओं और मुसलमानों का संयुक्त तीर्थ स्थल कह सकते है। हिंगला माता चारण वंश के लोगों की कुल देवी मानी जाती हैं।

हिंगलाज माता गुफा मन्दिर पर कई बार हो चुका है आतंकी हमला –

जैसा कि हमने पहले ही बताया कि यहां आने वाले भक्तो पर इस्लामिक आतंकवाद के हमले का डर बना रहते हैं क्योंकि इसके पीछे एक प्रमुख कारण है वही स्थित हिन्दू परिवारों को खत्म करना औऱ इस्लामिक जिहाद को जबरन थोपना। औऱ इसके लिए वहां के स्थित सेना सरकार औऱ कट्टर समर्थक मुस्लिम उस शक्तिपीठ मंदिर पर कई बार हमला कर चुका है और निर्दोष लोगों का जान ले चुका है।

लेकिन एक बार जब मुस्लिम आतंकी वहां पर हमला करने गया था कि सब के सब हवा में लटक गया और कइयों का जान भी गया। जिसके बाद इस मंदिर के चमत्कार से सब डर गया और आगे सभी शीश झुकाते हैं।

भारत में भी है माता हिंगलाज का स्वरूप hinglaj mata mandir Rajasthan 

तनोट माता के रूप माता हिंगलाज माता का दूसरा रूप भारत में स्थित हैं .तनोट माता का मंदिर राजस्थान के जैसलमेर से लगभग 130 किमी दूर स्थित है। जिसे देखने के लिए देश-विदेश से बड़े बड़े वैज्ञानिक भी आ चुके हैं और आते भी हैं। तनोट मंदिर तब चर्चा में आया था जब भारत-पाकिस्तान की युद्ध के दौरान पाकिस्तान के कायर सेना ने इस माता के मंदिर पर लगभग 3000 बम गिरया था.

लेकिन इसके बावजूद भी इस मंदिर को कहि खरोच तक नहीं लगा । और भारतिय सेना के अनुसार , कम से कम 500 बम मंदिर परिसर में फटे तक नहीं। यह बम आज भी मंदिर के संग्रहालय में रखे हुए हैं।इसके अलावा भारत के छिंदवाड़ा जिले में भी hinglaj mata mandir india हिंगलाज माता मन्दिर हैं.

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हिंगलाज माता का फोटो

माता सती के 51 शक्तिपीठ में से एक माता हिंगलाज देवी गुफा मंदिर हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान के कब्जे वाले बलूचिस्तान लारी तहसील के दूरस्थ, पहाड़ी इलाके में एक संकीर्ण घाटी में स्थित है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हिंगलाज माता के दरबार में जो भी भक्त शीश नवाता है, उसे पूर्वजन्मों के कष्टों को नहीं भोगना पड़ता। ऊंची पहाड़ी पर मां हिंगलाज का गुफा के अंदर दरबार है.

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आज का यह लेख 51 शक्तिपीठों में से एक हिंगलाज माता मंदिर पाकिस्तान के बारे में था. इस मंदिर के बारे में इतिहास, हिंगलाज मन्दिर का रहस्य के बारे में और हिगलाज मन्दिर खजाना का यह जानकारी आपको कैसा लगा।क्या यह hinglaj mata mandir, balochistan Imformation in Hindi में यह जानकारी आपके लिए पर्याप्त है. यदि आपको पावागढ़ से जुड़ी हुई कोई औऱ जानकारी हो तो आप हमें बताएं, हम उसे update करेंगे।

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