पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित शारदापीठ मंदिर की जानकारी | Sharda Peeth Temple POK

Sharda Peeth Temple POK: आज हम आपको करीब 5000 वर्ष प्राचीन एक ऐसे हिन्दू मंदिर के विषय में बता रहा हूँ। जो अब खंडहर में तब्दील हो चुका है, जिसे लेकर पिछले 70 सालों से यह मांग हो रही है.कि इसे भारत में पुनः सेना के माध्यम से कब्जा कर अपना देश में शामिल किया जाय। यह मंदिर माँ आदि शक्ति 51 शक्तिपीठों में से एक तथा 18 महा शक्तिपीठों में से एक हिन्दुओ का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल में से एक शारदा पीठ मंदिर है.

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित शारदापीठ मंदिर की जानकारी | Sharda Peeth Temple POK


जो अब पाकिस्तान के कब्जे में हैं. यह मंदिर विद्या की देवी सरस्वती की मंदिर हैं .यह एक ऐसा शक्तिपीठ हैं जहां करीब 70 वर्षो से कोई पूजा अर्चना नही हुई । प्राचीन समय में यहां एक विश्वविद्यालय भी हुआ करता था। जो अब  मंदिर के साथ साथ सम्पूर्ण  विश्वविद्यालय को भी पूरी तरह इस्लामिक आतंकवाद द्वारा नष्ट कर दिया गया है लेकिन अब इसके सिर्फ खंडहर मौजूदा हैं। यह मंदिर 18 महा शक्तिपीठों में से हैं। आइये जानते हैं इस मंदिर के विषय में विस्तार से-

शारदा पीठ मंदिर का इतिहास -Sharda Peeth Temple Of History in hindi 

Sharda Peeth Temple शारदापीठ मंदिर का प्रथम बार निर्माण कब हुआ कैसे हुआ ,इसका कोई साक्ष्य नहीं है लेकिन आज से लगभग 5000 वर्ष पूर्व इसका निर्माण कार्य से जुडी कई उल्लेख मिलता है। इसके अलावा कुछ किताबें के माध्यम से पता चलता है कि कुषाण साम्राज्य के शाषक ने 30 CE – 230 CE के बीच बनवाया था।लेकिन कुछ मत यह भी है कि शारदा पीठ मंदिर का निर्माण कश्मीर के महराजा श्री ललितादित्य जी द्वारा करवाया गया था। 

परन्तु पूर्ण रूप से नही बनाये। जिसे पूर्ण करते हुए 237 BC में महान हिंदू शाषक सम्राट अशोका ने शेष मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण किया था। जिसके बाद अनेको बार इस मंदिर का पुनःनिर्माण कार्य हुआ। और 14 वी सदी तक कई प्रकार के प्राकृतिक संकटो से सामना करता रहा। इसी सदी के अंत तक कई बार इस शक्तिपीठ पर मुस्लिम कट्टरपंथी आक्रांताओ द्वारा क्षति पहुचाया,काफी नुकसान किया ।

ऐसा कहा जाता है कि शारदा पीठ मंदिर का आखिरी 19वीं सदी में महाराजा गुलाब सिंग ने पुनः निर्माण औऱ मरम्मत कराया था । जिसके बाद वर्ष 1947 में भारत और पाकिस्तान बंटवारे के दौरान गलती से यह मंदिर pok लाइन ऑफ कंट्रोल के पास वाले पाक अधिकृत कश्मीर के हिस्से में चला गया। इसके बाद से ही शारदा पीठ मंदिर आज पाकिस्तान सेना के मद्त से पीओके सरकार के कब्जे में है।

शारदा पीठ से जुडी एक और इतिहास हैं, ऐसा कहा जाता है कि 141 ईस्वी में इसी स्थान पर चौथी बौद्ध परिषद का आयोजन हुआ था, शारदा पीठ में ही बौद्ध धर्म के भिक्षुओं और हिंदू धर्म के विद्वानों ने शारदा लिपि का आविष्कार किया था। उस समय शारदा पीठ में पूरे उप महाद्वीप से बड़े बड़े विद्वानों का आगमन होता और संगोष्ठी हुआ करता था .

11वीं सदी के मध्य में लिखी गई संस्कृत की महान ग्रन्थ राजतरंगिणी में शारदा पीठ देवी मंदिर का विस्तार से उल्लेख किया गया है। इसके अलावा इसी सदी में भारत आया इस्लामी विद्वान अलबरूनी ने भी शारदा पीठ देवी मंदिर तथा इस मंदिर के केंद्र के विषय में अपनी किताब में लिखा है।शारदापीठ देवी सरस्वती का प्राचीन मन्दिर है जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में शारदा के निकट किशनगंगा नदी (नीलम नदी) के किनारे स्थित हैं।

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शारदापीठ मंदिर कहा स्थित है – Sharda Peeth Mandir Location

वर्तमान समय में शारदा पीठ मंदिर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुज्जफराबाद जिले के शारदा गांव में किशन- गंगा नदी (नीलम नदी ) के किनारे स्थित है. जहां पर नीलम नदी का संगम मधुमती नदी औऱ सरगुन नदी से होती हैं। भारत के कश्मीर के कुपवाड़ा जिले से शारदा पीठ देवी मंदिर की दूरी मात्र 30 km हैं। तथा बॉर्डर नियंत्रण रेखा के काफी करीब हैं।

शारदा पीठ देवी मन्दिर की मान्यता – Sharda Peeth  Temple Pilgrimage

शारदा यानी माँ सरस्वती का मंदिर,यह विद्या देवी ,ज्ञान की देवी ,वाणी की देवी माँ सरस्वती का मंदिर हैं, जिसे लेकर कश्मीरी पंडितों का यह मानना है कि कश्मीर में शारदा देवी शक्ति की त्रैमासिक अवतार हैं। ये सभी शक्ति की आराधना करती है.

ऐसा कहा जाता है कि डोगरा वंश के शासन काल के दौरान, शारदापीठ मंदिर कश्मीरी पंडितों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप हुआ करता था। जिसके बाद वर्ष 1947 में कुपवाड़ा जिले के स्वामी नंदलाल जी ने पत्थर की मूर्तियों को शारदा गांव से टिककर में स्थानांतरित कर दिया था तो कुछ बारामुला जिला के देवीबर में ही संरक्षित है. शारदा पीठ मंदिर तीर्थस्थल के विषय में यह मान्यता है, कि किशनगंगा नदी वं मधुमती नदी के संगम में स्नान मात्र करने से ही हर पापों की शुद्धि होती है.

शारदा पीठ की रोचक जानकारी – Sharda Peeth Mandir Interesting Facts 

●कश्मीर शैली के क्लासिकल के अनुसार Sharda Peeth Temple की ऊंचाई 142 फुट , चौड़ाई 94.6 फुट है. इसके आलवा मंदिर की बाहरी दीवारें 6 फुट चौड़ी वं 11 फुट लम्बी है, तथा इसके आर्च की ऊंचाई 8 फुट हैं.

●प्राचीन समय में शारदा पीठ मंदिर के कारण कश्मीर को शारदा देश या शारदा पीठ ही कहा जाता था .

●शारदा पीठ मन्दिर विद्या की देवी सरस्वती का मंदिर हैं. ऐसा कहा जाता है कि इस प्रसिद्ध मंदिर के पास में ही एक विश्वविद्यालय भी हुआ करता था, जहाँ वैदीक शिक्षा दी जाती थी.

●शारदा पीठ मन्दिर दक्षिण एशिया के 18 अतिपूज्यनीय मंदिरों में से एक माना जाता हैं. प्राचीन समय में यहां स्थित विश्वविद्यालय तुलना नालंदा तथा तक्षशिला जैसे महान विश्विद्यालय से की जाती थी.

●6ठि वं 12 वीं सदी के मध्य में शारदा पीठ देवी मंदिर और यहां स्थित विश्वविद्यालय भारतीय उपमहाद्वीप के अग्रणी मंदिर एवं विश्वविद्यालयों में से एक था।

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Conclusion:- आज का यह लेख पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित प्राचीन शारदा पीठ मंदिर के बारे में है

18 महाशक्तिपीठो में से एक शारदा पीठ मंदिर का यह जानकारी आपको कैसा लगा। क्या यह Sharda Peeth Temple POK In Hindi का यह जानकारी आपके लिए पर्याप्त है.और अगर है तो आप हमें अपने विचार कमेंट कर बताएं। हम आपके हर एक प्रश्न का उत्तर देने के लिए तैयार है।

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