World’s Longest Atal Tunnel दुनिया के सबसे लंबी हाइवे अटल टनल सुरंग की जानकारी:-

World’s Longest Traffic Atal Tunnel:- नमस्कार मित्रो आज हम अपने इस लेख के माध्यम से दुनिया के सबसे लंबे हाइवे सुरंग के बारे में बताएंगे. यह सुरंग लेह-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा है. जो देश के पूर्वी भारत हिमालय के क्षेत्र पीर पंजाल की पर्वत माला के श्रृंखलाओं पर करीब 3,000 मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित है .इस सुरंग को अटल टनल सुरंग या रोहतांग अटल टनल के नाम से जाना जाता है. इसके अलावा इस सुरंग को रोहतांग सुरंग भी कहा जाता है. जिसकी लंबाई कुल 9.2 किमी हैं.

World's Longest Atal Tunnel दुनिया के सबसे लंबी हाइवे अटल टनल सुरंग की जानकारी:-


9.02 किमी लंबी अटल सुरंग लेह- मनाली को राजमार्ग को सालों भर जोड़े रखने के लिए बनाया गया हैं. इससे पहले इस सुरंग के न होने के कारण लाहौल स्पीति घाटी में भारी बर्फबारी होने के कारण यह अन्य हिस्सों से इस का सम्पर्क टूट जाता था. जिसे यहां के आमनिवासी के साथ- साथ भारतीय सेना को काफी सारी दिक्कतो का सामना करना पड़ता था..और पर्यटकों को भी बर्फबारी का मजा लेने में मौका नहीं मिल पाता था.अगर आपको इस सुरंग के विषय में कोई भी जानकारी प्राप्त करने हैं तो आइये जानते हैं इससुरंग के बारे में पूरी A to Z जानकारी–

Table of Contents

अटल टनल सुरंग का इतिहास History of Atal Tunnel in Hindi

Atal Tunnel Himachal Pradesh In Hindi: वैसे देखा जाए तो इस सुरंग का इतिहास काफी पुराना है. ऐसा कहा जाता है कि 1962 युद्ध में चीन से मिली हार के बाद ही जब देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू लदाख आये थे .तब इस रोहतांग दर्रे पर एक सुरंग बनाये जाने की बात की थी .परन्तु यह नही पाया .उसके 39 वर्ष  बाद जब अटल बिहारी वाजपेयी जी प्रधानमंत्री बने थे.तब अटल बिहारी वाजपेयी ने ही 26 मई 2002 को रोहतांग दर्रा पर अटल टनल की शिलान्यास किये थे.परन्तु दुर्भाग्य वश यह परियोजना मई 2003 तक पेड़ कटाई तक जाकर ही सीमित हो गई.और अधूरा रह गया है.

फिर उसके बाद देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसे आगे बढ़ाने के लिए एक ऑस्ट्रेलियाई कंपनी
स्नो माउंटेन इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन अटल सुरंग बनाने का कांट्रेक्ट दे दिया. इसके बावजूद भी यह सुरंग नही बन पाया. इसके 3 वर्ष बाद इस मे एक और भारतीय कंपनी एएफसीओएनएस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को सितंबर वर्ष 2009 में साझेदारी की .और पुनः एक बार फिर इस अटल सुरंग पर निर्माण कार्य आरंभ हुआ.

जिसके 5 वर्ष बाद 15 अक्टूबर 2017 को अटल टनल का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ. और इस सुरंग का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के समान में 25 दिसंबर 2019 को वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने रोहतांग सुरंग से अटल टनल कर दिया गया. अटल सुरंग का उद्घाटन 3 अक्टूबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया.

रोहतांग टनल योजना का मुख्य उद्देश्य – Atal Tunnel Yojana In Hindi

अटल सुरंग बनाने का मुख्य रूप से तीन उदेश्य था. जो अटल बिहारी वाजपेयी जी का एक सपना था. और वे प्रधानमंत्री बनते ही इस योजना पर कार्य आरंभ कर दिया. इस सुरंग को बनाने का पहला उदेश्य था. सर्दी के मौसम में होने वाले बर्फबारी के दौरान हिमाचल प्रदेश वँ लदाख के लेह तथा लाहौल वँ स्पीति घाटी को जोड़ना था .दूसरा उदेश्य यहां के आम  निवासी को सर्दी के मौसम में होने वाले परेशानी को खत्म करना वँ पर्यटन का बढ़ावा देना था . तीसरा वँ आखिरी उदेश्य था .चीन पाकिस्तान जैसे दुश्मन देशों से होने वाली भविष्य में युद्ध के समय में भारतीय सेना को मद्त करना वँ उनके परेशानी को कम करना था.

अटल टनल क्या है ?- What is Atal Tunnel in Hindi

काफी सारे लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है औऱ उनके मन में यह प्रश्न है कि आखिर यह टनल हैं क्या? वँ यह देश के किस स्थान पर स्थित हैं. तो हम आपको यह बता दु कि यह सुरंग 9.2 किमी लम्बी एक सुरंग हैं. जो 480 किमी लम्बी लेह मनाली राजमार्ग को सालों भर आपस में कनेक्सन बनाये रखने के लिए बनाया गया है.

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रोहतांग सुरंग से होगा इंडियन आर्मी को फायदा Atal Tunnel Benefits in Indian Army

अटल टनल से आर्मी को कैसे होगा फायदा यह सवाल हर भारतवासी के मन में है. तो आज हम आपको यह बता दें कि इस सुरंग के बनने से जितना फायदा वहां के आम जनता को हैं. उससे कहि ज्यादा भारतीय सेना को हैं. सर्दी के मौसम में लाहौल लेह स्पीति घाटी में बर्फबारी बहुत ही अधिक होती हैं .और यह राजमार्ग बन्द हो जाती हैं.जिससे भारतीय सेना तक का भी सम्पर्क टूट जाता है. और उन तक पहुंचने वाले जरूरी सामान नही पहुंच पाती हैं. और यह हमेषा एक खतरा बना रहता था. कि कही इस दौरान चीन या पाकिस्तान से अगर हमला हो जाता है .तो हमारे सेना उनतक आसानी से नही पहुंच सकते थे. लेकिन अब इस सुरंग के बनने से यह समस्या खत्म हो गया है.

अटल सुरंग की लंबाई – length of Atal Tunnel in Hindi

अटल सुरंग लम्बाई 9.2 किमी हैं जो समुद्र तल से करीब 3,000 मीटर की ज्यादा ऊंचाई पर स्थित हैं.अटल टनल विश्व की सबसे लंबी सुरंग है.

अटल टनल से जुडी महत्वपूर्ण जानकारी Important Information Related To The Atal  Tunnel in Hindi

atal tanal लेह-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग का हिस्सा है. जो 479 किमी लम्बा एक नेशनल हाइवे हैं.

atal tanal के बनने से लेह-मनाली के बीच 48 किमी की दूरी को कम करता है.और इससे करीब 1 घण्टे समय की भी बचत होती हैं.

● atal सुरंग लम्बाई 9.2 किमी हैं. तथा इसकी चौड़ाई 10.5 मीटर हैं.और 10.5 मीटर चौड़े सड़क के आलवा इस सुरंग में 1.5 मीटर की फुटपाथ रोड़ के दोनो तरफ बनायीं गयी है.

●अटल टनल दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग हैं.जो समुद्र तल से करीब 3,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं.

● यह सुरंग घोड़े के नाल के आकार में बनाया गया है.

●इस सुरंग में हर 60 मीटर की दूरी पर एक हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं.

● इस सुरंग में प्रत्येक 500 मीटर की दूरी पर किसी भी प्रकार से होने वाली घटनाओं के लिए एक आपातकालीन
निकास सुरंग भी बनाया गया है.

●अटल टनल योजना की कुल लागत 3,200 करोड़ रु है
.
●दुनिया के सबसे लम्बी राजमार्ग सुरंग का नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम पर अटल टनल रखा गया है.

●अटल टनल के सुरक्षा का दायित्व नॉर्थ पोर्टल यूनिट के पास हैं (Atal Tunnel North Portal Unit)

●इस सुरंग से प्रतिदिन 5,000 कारें वँ 1500 ट्रक हर रोज निकल सकते है.और निकलते भी है.

●इस सुरंग से गाड़ियों के निकलने के लिए अधिकतम गति 80 किमी/प्रतिघंटा रखा गया है. तथा न्यूनतम गति सिमा 30 किमि/प्रतिघटा है.

● Atal tanal surang में प्रवेश करने के लिए कोई charges नही देनी पड़ती हैं.

Atal Tunnel Weather सालों भर ठंड पड़ती हैं. सर्दी के मौसम में यहां का तापमान -10 डिग्री तक चला जाता हैं.

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अटल टनल पर्यटकों का टूरिस्ट प्वाइंट बना

अटल टनल पर्यटकों का टूरिस्ट प्वाइंट बना

जब से अटल टनल का उदघाटन हुआ है, तब से अटल टनल पर्यटकों के लिए एक पर्यटन स्थल बन गया है. देश के किसी भी भाग से कोई भी पर्यटक जब भी वह मनाली वीकेंड पर जाता है .तो वह एक बार अटल सुरंग को देखने जरूर जाता है. लाहौल पुलिस के अनुसार पिछले साल 2021 मे इस अटल सुरंग को देखने के लिए कई लाख पर्यटक पहुंचे. वहां के पुलिस का कहना है कि  2021 के नवम्बर- दिसम्बर महीने में 2 लाख से अधिक गाड़ियां इस रोहतांग अटल टनल से गुजरी ,आप इसी से यह अनुमान लगा ले ,कि यह किस तरह से यह सुरंग सैलानियों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. अटल टनल हिमाचल प्रदेश जाने वाले प्रत्येक सैलानियों का पहला पसन्द बन गया है. अगर आप भी हिमाचल प्रदेश के यात्रा पर जाएं तो अटल सुरंग का दीदार अवश्य करें.

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अटल सुरंग का भुगतान किया जाता है या यात्रा के लिए निःशुल्क है Is atal tunnel is paid or free for travel

वर्तमान समय में अटल सुरंग के लिए कोई भुगतान नहीं किया जाता है औऱ इसका यात्रा भी अभी निःशुल्क हैं लेकिन आने वाले समय में सीमा सड़क संगठन एक चार्ज लगा सकता है जिसका मुख्य कारण है यहां आने वाले हर साल लाखों लोगों को भीड़। और उनमें से कुछ लोग यहां गन्दगी फैला देते हैं जिसके साफ सफाई के लिए यह पैसे काम आ सके।

अटल सुरंग टोल टैक्स चार्ट। atal tunnel toll tax chart.

अटल सुरंग टोल टैक्स चार्ट उपलब्ध है जो निचे दिए गए हैं और यह टैक्स सिमा सड़क संगठन यानी बीआरओ वसूलता है और देश का पहला ऐसा टैक्स होगा जो बीआरओ द्वारा अटल सुरंग में प्रवेश करने वाले पर्यटक वाहनों से ग्रीनटैक्स(Green Tax) के रूप में वसूला जाएगा। 

Two व्हीलर सवारों –  प्रति गाड़ी 50 रुपये, 

फोर व्हीलर जैसे- कार,जीप,बोलेरो -प्रति गाड़ी 200रुपये

SUV और MUV जैसे गाड़ी – प्रति गाड़ी 300 रुपये 

बस और ट्रक से – प्रति गाड़ी 500 रुपय

अटल सुरंग के नीचे वैकल्पिक सुरंग के बारे में बताएं Show tell about alternate tunnel under atal tunnel

अटल सुरंग के निचे भी एक सुरंग बनाया गया है जो देश के किसी अन्य सुरंग मे ऐसा नहीं किया गया है अटल सुरंग के नीचे जो एक सुरंग बनाया गया है वह वैकल्पिक सुरंग के तौर पर बनाया गया है जिसका उपयोग भविष्य में किसी भी तरह के दुघर्टना से लोगों को वहां से उस सुरंग के माध्यम से निकाला जा सकता है।

अटल टनल द्वारा बनाए गए सभी इंजीनियर के नाम क्या है All engineer name made by atal tunnel

अटल सुरंग के निर्माण किसी आम इंजीनियरिंग द्वारा नहीं किया गया था बल्कि इस सुरंग का निर्माण बीआरओ यानी बॉर्डर रोड संगठन द्वारा की गई थी।इस संगठन के कुल 770 इंजीनियर, सलाहकार,पर्यवेक्षक, और ठेकेदारों ने काम किया था साथ ही 3000 मजदूर भी अपना योगदान दिया था तो ऐसे में इस सभी मजदूर और इंजीनियर का नाम बीआरओ द्वारा उपलब्ध नहीं किया गया है।लेकिन केरल के कन्नूर जिले के ईचूर के रहने वाले ब्रिगेडियर पुरुषोत्तमन अटल सुरंग के मुख्य इंजीनियर थे।

पूछे जाने वाले प्रश्न-

Q. अटल सुरंग कहां पर है.atal tanal surang kaha hai

अटल टनल सुरंग हिमाचल प्रदेश  के बॉर्डर पर लदाख के पास रोहतांग दर्रा में पंजाल पर्वत माला के सृंखलाओ में  स्थित है.जो 479 किमी लम्बी लेह-मनाली हाइवे को सभी प्रकार के मौसम में आपस मे जोड़ता है.

Q.अटल सुरंग कौन से राज्य में है?

रोहतांग दर्रा (ऊँचाई 3,978 मीटर) हिमाचल प्रदेश राज्य में स्थित है। यह सुरंग हिमालय के पीर पंजाल रेंज में अवास्थित है।

Q.रोहतांग सुरंग का नया नाम क्या है?

अटल टनल रोहतांग सुरंग का नया नाम हैं। (Atal Tunnel Rohtang)

Q.अटल सुरंग का पुराना नाम क्या है?

रोहतांग सुरंग

Q.अटल टनल के पास कौन सी नदी है?

अटल टनल रोहतांग का नार्थ पोर्टल चंद्रा नदी हैं

Q.भारत की सबसे लंबी सुरंग कौन से राज्य में है?

चेनानी-नाशरी सुरंग जिसे पत्नीटॉप सुरंग के नाम से भी जाना जाता है

Q.दुनिया की सबसे लंबी सुरंग कौन सी है?

हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में स्थित अटल सुरंग विश्व की सबसे लंबी सुरंग है।

Q.अटल सुरंग कौन से दर्रे में है?

रोहतांग सुरंग या अटल सुरंग रोहतांग दर्रे में हैं

Q.रोहतांग दर्रा कहाँ स्थित है?

रोहतांग दर्रा (Rohtang Pass) भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य में कुल्लू घाटी और लाहौल और स्पीति घाटियों के बीच हैं

Q .अटल टनल हेल्पलाइन नंबर क्या है

अटल टनल हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध नहीं है

Q.मनाली से लेह मार्ग को अटल टनल कहा जोड़ती है

रोहतांग दर्रा के पास जोड़ती है

Q.क्या अटल टनल को देखने जाने के लिए सरकार से पास बनवाने जरूरी होता है

नहीं

Q.मनाली आने वाले टूरिस्ट रोहतांग दर्रा आते थे क्या उन्हें अटल टनल कहा जाता है

हाँ

Q.अटल टनल किस पीर पंजाल में है

पूर्वी हिमालय के

Q.अटल टनल हिमाचल के किस जनपद में है

Q.अटल टनल में क्या क्या इलेट्रॉनिक सुविधा लायक है

सीसीटीवी कैमरे, एडवांस लाइट,रोड मीरर, बाथरूम,मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, आदि मौजूद हैं

Q.रोहतांग का क्या अर्थ है?

‘रोहतांग’ का अर्थ है- शवों वाला इलाका। 

Q.रोहतांग दर्रा की हाइट कितनी है?

3,978 मी

Q.If there toll tas free for atal tunnel.अगर अटल टनल के लिए टोल टैक्स फ्री है

रोहतांग सुरंग टोल टैक्स फ्री नहीं है

Q.Any pass for permission needed to visit atal tunnel अटल सुरंग के दर्शन के लिए अनुमति के लिए किसी पास की जरूरत है

भारतीय नागरिक के लिए कोई पास की जरूरत नहीं है

Q.Two wheelar allowed to atal tunnel अटल सुरंग को दो पहिया वाहनों की अनुमति है

हाँ है

Q.Who thing about rohtang tunnel रोहतांग सुरंग के बारे में कौन बात करता है 

हर कोई

Q.How much the toll tax for atal tunnel अटल टनल का टोल टैक्स कितना है। 

अटल सुरंग का टोल टैक्स सभी गाड़ियों के लिए अलग अलग है जो50₹ से लेकर 500₹ तक हैं।

Q.Which is longest tunnel Chennai nesari or atal tanal सबसे लंबी सुरंग कौन सी है चेन्नई नेसारी या अटल सुरंग

अटल सुरंग

Q.रोहतांग दर्रा क्यों प्रसिद्ध है?

अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाने वाला रोहतांग दर्रा भारत के लिए सामरिक महत्व रखता है। दर्रा ग्लेशियरों, चोटियों, लाहौल घाटी और चंद्रा नदी के सुंदर दृश्य के लिए प्रसिद्ध हैं इसके अलावा यह दर्रा जुड़वां चोटियां , चिनाब नदी और ब्यास नदी के लिए प्रसिद्ध हैं

Q.लेह और मनाली को कौन सा दर्रा जोड़ता है?

‘रोहतांग दर्रा’ मनाली को लेह से सड़क मार्ग द्वारा जोड़ता है।

Q.रोहतांग दर्रा कब खुलता है?

रोहतांग दर्रा गर्मियों के मौसम में खुलता है।जो अप्रैल माह से लेकर अक्टूबर माह तक खुलता है

अटल टनल मैप Atal Tunnel Google maps

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Conclusion:- आज का यह लेख दुनिया के सबसे लंबी हाइवे अटल टनल सुरंग (रोहतांग सुरंग) का यह जानकारी आपको कैसा लगा। क्या यह World’s Longest Atal Tunnel( Rohtang Pass) का यह जानकारी आपके लिए पर्याप्त है. और अगर है तो आप हमें अपने विचार कमेंट कर बताएं। हम आपके हर एक प्रश्न का उत्तर देने के लिए तैयार है।

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