Hindi Kavita on Apsarae: अप्सराएं पर हिंदी में कविता-

Hindi Poem on Love & Life – क्या आप हिंदी कविताओं में रुचि रखते हैं .तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं, आज हम अपने इस रचना में एक बेहद ही सुंदर एक प्रेमी द्वारा अपने प्रेमिका को सुंदरता पर कहे गए रचना लाया हूँ . अप्सराएं कविता मित्रो,जैसा कि हम सब जानते है कि हम सब के जिंदगी,जीवन मे कई बार हम सब लोगों को अपने अपने अलग अलग रुचि होती हैं, कोई संगीत, कोई नृत्य, कोई  शायर, तो कविताएं प्रेमी होते है लेकिन सब कोइ कविता लिख नही पाता तो वे किसी अन्य लोगों की कविताएं पढ़ते हैं तथा आनंद लेते है.आइये जानते है आज एक नई कविता–

Hindi Kavita on Apsarae: अप्सराएं पर हिंदी में कविता-


अप्सराएं कविता Hindi poem on Apsarae 

अप्सराएं जैसी तेरी सुरतिया

दिल को भायी तो भायी रह गयी!


यू ये तेरी काली बाल आंखों पर छायी रह गयी

उर-उर में मधुर अंग में उमंग भरे!


सुन्दर सजीले अंग अचल हिले खुले पंख

वस्त्र कसे, करे व्यंग्य अधर रस बूंद भरे!


तेरे हुस्न में शामिल पैरों की पायल

अचल हिलाता मारूत धीरे-धीरे बजे!


मेरे प्रेम की शरगम में शोर मचायी चली गयी

तू जहां भी जा तेरे बदन की खुशबू!


ओठो की लाली,आंखों पर चढ़ी सुरमयी

बिखरे बिखरे केसूओ का गालो पर थिरकना!


रक्तिम अधरो का फड़कना टीस सी उठाता

सागर मे जैसे कोई ज्वार यौवन तुम्हारा कोमल!


अग्नि अंगो से लिपटी ये साड़ी तुम्हारी

मेरे दिल पर तेरे प्रेम की सच्चाई ला गयी!


तू माने न माने तेरे दिल पर मेरे नाम की

परछाई की सच्चाई ही सच्चाई ला गयी!


तेरे ही नाम का वंशी स्वर बजाऊ

तेरे ही नाम का प्रेमप्रीत गाऊ!


छू न सका है छू न सकेगा कोइ

तेरे सिवा कोई मेरा अगन ये बदन!


वो मेरे तड़पन मेरे जहां में

एक तेरी ही खुदाई खुदाई रहेगी!


जब से तुमसे दूर हुआ एक पल भी चैन न आया

भंवर में यादों के उलझ कर मुझे!


कुछ नहीं भाया जिसमें तेरा नूर दिखे

ढुढ रहा हू मै नैन नाकाम कोशिश कर!


हारी हू दिल तुमको भुल ना पाया

आंखे बन्द करे या खोले तुम्हारी सुरत है प्यारी !


तडफने लगी है पीडा से क्या मेरी खुद्दारी है

अप्सराएं जैसे तेरी सुरतिया……


तेरी बातें सुनकर मैं इतनी लजाऊ

नयन मिला तो क्या होगा!


हस कर जो देखे मुझे यू पागल न कर दे

इस कदर हरितिमा उसपे छाई रह गई!


जैसे ओस ओढ़े हरी हरि दूब फुला में समा रहा

तुम्हारे पुष्प सरीखे कदमों के स्पर्श से!


अंग लगा ले तो क्या होगा

रूप तेरा देखु मन में मुस्काउ


आंख तो सरमाई तो सरमायी रह गयी

अप्सराएं जैसे तेरी सुरतिया……

दिल को भायी तो भायी रह गयी!!!!!!

 ✍️-ठाकुर आशुतोष सिंह 

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